शास्त्र चर्चा में जुटे विद्वान, हरसम्भव मदद का भरोसा
#MNN@24X7 दरभंगा, संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 लक्ष्मी निवास पांडेय ने कहा कि संस्कार व संस्कृति की संवृद्धि के लिए श्यामा मंदिर परिसर में संस्कृत संस्कृति विस्तार केंद्र स्थापित किया जाएगा। इसके माध्यम से आम लोग संस्कृत सम्भाषण का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। ऐसे में शास्त्र चर्चा आसान होगी और वे शास्त्र की गहराई को समझ पाएंगे।
इसमें सभी तरह के विद्वानों की अहम भूमिका होगी।
संस्कृत विश्वविद्यालय में गठित शास्त्र सम्वर्धिनी मंच के तत्वाधान में श्यामा मंदिर परिसर में विश्वविद्यालय एवं रामेश्वर लता के छात्र व प्राध्यापक द्वारा आयोजित मासिक शास्त्र चर्चा कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो पांडेय ने गुरुवार को उक्त बातें कही। उन्होंने श्यामा मंदिर न्यास पार्षद के सभी विद्वान सदस्यों से भी सहयोग मांगा। मंच के संयोजक डॉ.यदुवीर स्वरूप शास्त्री एवं अध्यक्ष डॉ.दयानाथ झा के नेतृत्व आयोजित इस कार्यक्रम में न्यास के उपाध्यक्ष डॉ.जयशंकर झा ने कहा कि न्यास में प्रस्ताव लाकर इस शास्त्र चर्चा को सामाजिक परिप्रेक्ष्य में और व्यापक रूप दिया जाएगा।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि कार्यक्रम को कई विद्वानों ने सम्बोधित किया। सम्मानित अतिथि डॉ.मित्रनाथ झा ने कहा कि शास्त्र पर चर्चा के लिए कुलपति प्रो0 पांडेय की सराहना होनी चाहिए। साथ ही उनकी शास्त्रीय सोच को आगे बढ़ाने में हमसभी को मदद करनी चाहिए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डा.रामसेवक झा, डॉ.रीतेश कुमार चतुर्वेदी, डॉ.सविता आर्या, डॉ.मैथिली कुमारी, डॉ.रेणुका सिन्हा,प्रो.पुरेन्द्र वारिक,डॉ.साधना शर्मा, डॉ.रामनिहोरा राय, डॉ . सुधीर कुमार,डॉ.धीरज कुमार पाण्डेय, डॉ.राजेश कुमार सिंह, उज्ज्वल कुमार सहित दर्जनों छात्र -छात्राएं उपस्थित थे। वहीं,संचालन अंकित कुमार मिश्र तथा धन्यवाद ज्ञापन विश्वमोहन ने किया।