लगातार नि:स्वार्थ भाव से किए गए राष्ट्रहित एवं समाजहित के कार्यों को देखते हुए डा चौरसिया की हुई नियुक्ति

भारत के युवा आत्मनिर्भर एवं स्वाबलंबी होंगे तो राष्ट्र- निर्माण की गति होगी तीव्र से तीव्रतर- सुनील।

संघ के माध्यम से रोजगार- परियोजनाओं को अधिक से अधिक युवाओं तक पहुंचाकर, उन्हें लाभ पहुंचाया जाएगा- शिवदत्त*।

उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार सबके साथ सामाजिक समरसता एवं संगठन- कार्यों को जन-जन तक पहुंचाऊंगा- डा चौरसिया।

MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के एसोसिएट प्रोफ़ेसर डा आर एन चौरसिया को अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्नातक संघ, बिहार के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव द्वारा दरभंगा शाखा का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। लगातार नि:स्वार्थ भाव से किए गए राष्ट्रहित एवं समाजहित के कार्यों को देखते हुए डा चौरसिया की उक्त पद पर नियुक्ति हुई है।

उक्त नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शुभकामना देने वालों में संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो राकेश पांडे, प्रदेश अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव, बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष शिवदत्त ठाकुर, डा विकास सिंह, डा शशिकांत पांडे, डा मोना शर्मा, डा हरिराम झा, डा मीरा कुमारी, प्रो प्रमोद साह, प्रो सज्जन कुमार, डा ममता पाण्डे, डा प्रीति रानी, ई. राजा राम, डा विनय कुमार मिश्र, डा मित्रनाथ झा, डा कीर्ति चौरसिया, डा घनश्याम महतो,डा ममता स्नेही, डा दीनानाथ साह, डा जी एम अंसारी, प्रो संजय चौधरी, डा महेशचंद्र चौरसिया, शंभू मंडल, प्रशांत झा, प्रो अरुण कुमार सिंह, डा रीना कुमारी, डा दमन कुमार झा, कौशल किशोर, डा अंजू कुमारी, प्रत्यूष, प्रेरणा, प्रणव नारायण, डा रामप्रीत राय, डा अरविंद मिलन, उमाशंकर, डा दिलीप कुमार, डा रूबी झा, दीपक विश्वकर्मा, नजमा हासन, सुभाष, मन्टून, नागेन्द्र, अवधेश, विजय व चन्द्रानन्द महा‍राज आदि के नाम शामिल हैं।

अपनी नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉ चौरसिया ने बताया कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्नातक संघ गैर राजनीतिक स्नातकों के लिए, स्नातकों द्वारा संचालित एक स्वतंत्र संगठन है, जिसका निर्माण स्नातकों के हित को ध्यान में रखते हुए उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि संघ की स्थापना स्वामी विवेकानंद की जयंती दिवस पर 12 जनवरी, 2019 को हुई थी जो भारत का स्नातक कर चुके या स्नातक कर रहे युवाओं का सबसे बड़ा संगठन है। इसके तहत राष्ट्रवादी युवाओं के मार्फत भटके हुए दिशाहीन युवाओं को सही रास्ता दिखाया जाएगा।

संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि भारत विश्व का सबसे बड़ा युवाओं का राष्ट्र है। आत्मनिर्भर युवाओं से ही राष्ट्र- निर्माण की गति तीव्र होगी। युवा रोजगार पाने वाले नहीं, वरन रोजगार देने वाले बने और देश से लेने वाले नहीं, बल्कि देश को देने वाला बनें। देश के युवा आत्मनिर्भर और स्वावलंबी हों। भारत में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं।

बिहार प्रदेश के उपाध्यक्ष शिवदत्त ठाकुर ने कहा कि संगठन के माध्यम से रोजगार परियोजनाओं को अधिक से अधिक युवाओं तक पहुंचा कर, उन्हें लाभ पहुंचाया जाएगा। साथ ही स्नातक टैलेंट सर्च, चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व विकास, स्किल डेवलपमेंट, लीडरशिप डेवलपमेंट, चुनौतियों को अवसर में बदलना, अर्थवाद से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद की ओर बढ़ना, जात- पात को छोड़कर नया राष्ट्र- निर्माण करना और समस्त वसुधा को परिवार मानना ही संगठन का मूल उद्देश्य है।