विभूति पुर सहित बिहार को सूखा क्षेत्र घोषित करे सरकार–ललन कुमार
अखिल भारतीय किसान महासभा विभूति पुर प्रखंड कमिटी के आह्वान पर सैकड़ों किसानों ने विभूति पुर प्रखंड क्षेत्र को सूखा क्षेत्र घोषित करने, सभी किसानों का के सी सी ॠण माफ करने, जीविका एवं अन्य स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का ॠण माफ करने, सभी किसानों को को कॄषि बिजली कनेक्शन देने एवं 200 यूनिट फ्री बिजली देने, सभी किसानों एवं मजदूरों को 3000 हजार रुपये मासिक पेन्शन देने, उचित मूल्यों पर सभी रासायनिक खाद पैक्सो के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराने एवं कालाबाजारी रोकने, निरस्त कॄषि उत्पाद बाजार समिति बहाल करने, सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की गारंटी करने, सहित घन्टो प्रखंड कार्यालय पर धरना दिया।
चार घन्टे तक चले धरना के बाद भी प्रखंड विकास पदाधिकारी आन्दोलनकारियों के प्रतिनिधि मण्डल से उनके माँगो पर वार्ता करना उचित नहीं समझा जिससे आन्दोलनकारियों ने जुलूस निकाल कर प्रखंड कार्यालय में आधे घंटे तक तालाबन्दी कर प्रखंड प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी किया। तब जाकर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने मांग पत्र पर प्रतिनिधि मण्डल से वार्ता की।
वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी-शाह की सरकार ने अपने पून्जीपति मित्रों को 11 लाख करोड़ का ॠण माफ कर दिया है किन्तु किसानों और महिलाओं का ॠण माफ नहीं किया है।
नेताओं ने कहा कि मानसून की बेरुखी के कारण किसानों के खरीफ का फसल बर्बाद हो रहा है और सरकार एवं प्रशासन बेपरवाह बनी हुई है। उन्होंने कहा कि विधायक और सांसद का वेतन और भत्ते में बढोतरी किया जाता है लेकिन गरीब मजदूरों और किसानों एवं महिलाओं के सामाजिक सुरक्षा पेन्शन की राशि में को बढोतरी नहीं। इससे साफ स्पष्ट होता है कि सरकारी किसानों-मजदूरों का नहीं बल्कि उद्योगपतियों, पून्जीपतियो एवं कारपोरेटो की सरकार है। उन्होंने आह्वान किया कि किसानों का विशाल और मजबूत सन्गठन का निर्माण कर एवं जनसन्घर्ष तेज कर किसानों की रक्षा और सरकार को उखाड़ कर भेका जा सकता है।
धरना को ट्रेड यूनियन के नेता अजय कुमार, महेश प्रसाद, नन्दू महतो, छट्ठू महतो, विपिन चौधरी, भोला चौधरी, लक्ष्मी नारायण सिंह, मेघन भगत सहित अन्य साथियों नेसम्बोधित किया।