सभी संकायों में स्नातक स्तरीय केंद्रीयकृत ऑनलाइन वर्ग दिनांक 24 जनवरी, 2022 से कुल- 21 विषयों में छात्र-छात्राओं के ज्ञान संवर्धन हेतु आरंभ है। इस ज्ञान-विस्तार महायज्ञ को आरंभ करने का विजन और श्रेय शैक्षणिक विकास और कार्यों के प्रति सकारात्मक भाव के धनी व्यक्तित्व यशस्वी माननीय कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र प्रताप सिंह, रचनात्मक संघर्षशीलता और स्नेहिल व्यक्तित्व, मृदुभाषी प्रति कुलपति महोदया प्रोफेसर डाॅली सिन्हा और अनवरत संघर्षशील, साहसी, निष्ठावान व्यक्तित्व कुलसचिव प्रोफ़ेसर मुस्ताक अहमद की रचनात्मक दृष्टि का परिणाम है। इस ज्ञान विस्तार यज्ञ के सफल संयोजन और व्यापक संचालन तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति एवं उनके द्वारा ज्ञानार्जन की कामयाबी को देखकर माननीय कुलपति महोदय, प्रति कुलपति महोदया एवं कुलसचिव महोदय संतुष्ट हैं। इस केंद्रीयकृत ऑनलाइन वर्ग के महायज्ञ का दायित्व निर्वहन महाविद्यालय विकास परिषद के समन्वयक डॉ महेश प्रसाद सिन्हा के संयोजन में सफलतापूर्वक चल रहा है। इस महती कार्य में संलग्न विभिन्न विषयों के समन्वयक प्रोफेसर पुष्पम नारायण, श्रीमती नीलम सेन, डाॅ. डी पी गुप्ता, डॉ. रागिनी रंजन, डॉ. विकास सिंह, डॉ. मोहम्मद खालिद अंजुम उस्मानी, डॉ. योगेश्वर साह, डॉ. दीपक कुमार राय, डॉ. अभय सिंह, डॉ. निशा सक्सेना, डॉ. गंगेश कुमार, डॉ. अंकित कुमार, डॉ. कुणाल, डॉ. लव कुमार सिंह, डॉ. सरिता कुमारी, श्रीमती प्रियंका राय, श्रीमती रश्मि शिखा, श्रीमती प्रतिभा किरण, श्रीमती प्राची मारवाह, श्री विनय कुमार, श्री नरेंद्र कुमार लाल, और तकनीकी सहायक श्री गणेश पासवान तथा कार्यालय सहायक श्री राजीव रंजन झा की भूमिका अत्यंत सराहनीय है। प्रथम साप्ताहिक समीक्षा में विभिन्न विषयों में कुल वर्गों की संख्या लगभग- 364 तथा कुल उपस्थित छात्रों की संख्या लगभग- 16380 है। सभी विषयों में स्नातक स्तरीय केंद्रीय कृत ऑनलाइन वर्ग के सफल संचालन और बड़ी संख्या में छात्रों की उपस्थिति पर सकारात्मक विचारों के व्यक्तित्व मानविकी संकायाध्यक्ष प्रोफेसर रमन झा, समाज विज्ञान के पूर्व संकायाध्यक्ष, ऊर्जावान यशस्वी व्यक्तित्व प्रोफ़ेसर गोपी रमन सिंह एवं विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रभावशाली एवं निरंतर गतिशील विचारों के धनी विद्वान प्रोफेसर बिमलेन्दु शेखर झा आदि ने छात्रों के उत्साह और शिक्षकों के ज्ञानवर्धक वर्गों के प्रति अत्यंत खुशी जाहिर की है।