-अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने डेंगू नियंत्रणार्थ जिला में रैपिड रिस्पांस टीम गठित करने का दिया निर्देश
-घर के आस-पास जलजमाव न होने दें
-लक्षण नजर आते ही करें चिकित्सक से संपर्क

समस्तीपुर, 8 सितंबर। बारिश में जलजमाव और बाढ़ की स्थिति के साथ ही मच्छरों के पनपने से डेंगू सहित अन्य जल जनित रोगों का प्रकोप बढ़ने लगता है । इसे लेकर अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ विनय कुमार शर्मा ने डेंगू नियंत्रणार्थ जिला में रैपिड रिस्पांस टीम गठित करने को लेकर जिले वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विजय कुमार को पत्र जारी किया है। जिसकी कवायद जिले में शुरू कर दी गई है। . बारिश का मौसम डेंगू के लिए अनुकूल माना जाता है। इसलिए डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक रहना भी जरूरी है।

डेंगू से बचाव के लिए साफ- सफाई एवं जागरूकता जरूरी:

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार ने कहा डेंगू मच्छर जनित रोग है जो एक गंभीर बीमारी की श्रेणी में आता है। डेंगू से बचाव के लिए लोगों को साफ- सफाई एवं जागरूकता जरूरी है। फिलहाल जिले में डेंगू के मरीज प्रतिवेदित नहीं हुए हैं। फिर भी डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है। मच्छर रोधी दवा का छिड़काव किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में डेंगू वार्ड बनाये जा रहे हैं ताकि डेंगू के मरीजों का समुचित उपचार किया जा सके| इसके साथ साथ रैपिड रिस्पांस टीम का भी गठन किया जा रहा है। .

डेंगू का सबसे बड़ा कारण घर के आस पास जलजमाव व गंदगी:

डॉ. कुमार के अनुसार जिले की अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में कचरा प्रबंधन की कम एवं बरसात के पानी का सही से निष्कासन नहीं होने के कारण गंदे पानी का जलजमाव एवं सड़कों तथा गलियों में गंदगी का फैलाव डेंगू प्रसार का सबसे बड़ा कारण है। लोग डेंगू के प्रति सचेत रहें। . घर के आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें। इससे मच्छर नहीं पनपेगा और आपका डेंगू से बचाव होगा। बरसात के कुछ महीने ऐसे होते हैं जब ना गर्मी ज्यादा है और ना ही सर्दी अधिक होती है। ऐसे मौसम में डेंगू के मच्छर ज्यादा पनपते और डेंगू मरीजों के ज्यादा मामले सामने आते हैं। इसलिए अभी सावधान रहने की जरूरत है।

डेंगू और कोरोना के बुखार में कोई समानता नहीं , अन्य लक्षणों पर भी गौर करें:

हालांकि डेंगू भी अपने साथ बुखार ले कर आता है। लेकिन इसकी तुलना कोरोना या अन्य किसी बुखार से ना करें। यह एडीज मच्छर के काटने से फैलता है जो खासकर बरसात के मौसम मे ज्यादा पनपते। यह दिन में ही काटते हैं। इसलिए 3 से 7 दिन तक लगातार बुखार, सिर में दर्द, पैरों के जोड़ों व आंख के पीछे तेज दर्द, चक्कर एवं उल्टी आना, शरीर पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराकर पता लगाएँ की यह डेंगू है या अन्य किसी रोग के लक्षण।

रोग प्रसारण से बचने के लिए ध्यान देने योग्य बातें:

घर में साफ सफाई पर ध्यान रखें
कूलर एवं गमले का पानी रोज बदलें
सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें
मच्छर भागने वाली क्रीम का इस्तेमाल दिन में करें
पूरे शरीर को ढकने वाले कपडे पहनें एवं कमरों की साफ़-सफाई के साथ उसे हवादार रखें
आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें
जमा पानी एवं गंदगी पर कीटनाशक का प्रयोग करें
डेंगू के लक्षण मिलने पर तुरंत ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।