-चेहरे व पैरों में सूजन हो तो जरूरी है जाँच।
-डायबिटीज व हाई बीपी से ग्रसित लोग किडनी की सेहत का रखें ध्यान।
-योग और व्यायाम से होगा फायदा।
-शराब, धूम्रपान और ज्यादा नमक का प्रयोग ना करें।
#MNN@24X7 समस्तीपुर, 22 नवंबर। किडनी हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंग में से एक है। यह मुख्य रूप से यूरिया, क्रिएटिनिन, एसिड जैसे वेस्ट पदार्थों से ब्लड को फिल्टर करने का काम करती है। जो पेशाब द्वारा शरीर से बाहर निकल जाते हैं। एन सी डी ओ डॉ विजय कुमार ने बताया कि आजकल के गलत खानपान व जीवनशैली में बदलाव के कारण किडनी की समस्याएं बढ़ रही हैं। किडनी के रोग से बचने के लिए पानी का उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि अक्सर लोगों को कम पानी पीते देखा जाता है। जिसके कारण डिहाइड्रेशन व गैस के साथ पेट एवं किडनी की समस्याएं देखी जा रही हैं।
किडनी की बीमारी से बचने के उपाय-
डॉ विजय कुमार ने बताया कि आजकल की भाग दौड़ वाली व्यस्त जीवन शैली में लोगों को तनाव से बचना चाहिए। शराब व धूम्रपान से परहेज करने के साथ ही भोजन में ज्यादा नमक का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए,। सुबह में टहलना चाहिए तथा हल्के व्यायाम करना चाहिए। वहीँ डायबिटीज व हाई बीपी से ग्रसित लोगों को किडनी की सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
किडनी रोग के प्रमुख लक्षण-
डॉ विजय कुमार ने बताया कि किडनी रोग के विभिन्न लक्षण हैं, जिसकी जानकारी होना जरूरी है। चेहरे और पैरों में सूजन, खाने की इच्छा न होना, उल्टी व उबकाई आना, बहुत अधिक थका महसूस होना, रात में पेशाब का अधिक होना, पेशाब होने में तकलीफ आदि होने पर चिकित्सीय परामर्श जरूर लें। पेशाब में प्रोटीन बढ़ना किडनी रोग की समस्या की ओर इशारा करता है।
चूंकि किडनी रोग को साइलेंट किलर माना जाता है। यह पीठ की ओर पसलियों के नीचे होता है। इसलिए पीठ के पीछे वाले हिस्से में नीचे की तरफ दर्द होने पर चिकित्सीय परामर्श लेना जरूरी हो जाता है। इन हिस्सों में दर्द किडनी रोग की समस्या की ओर संकेत देता है। वहीं पेशाब में खून आना, बुखार रहना, पेशाब में जलन के लक्षण को भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
स्वस्थ किडनी के लिए इन बातों का रखें ध्यान-
नियमित रूप से व्यायाम करें
रक्तचाप व शुगर को नियंत्रित रखें
खाने में संतुलित आहार लें
बढ़ते वजन को कंट्रोल करें
धूम्रपान, शराब व तंबाकू सेवन से बचें
किडनी का वार्षिक चेकअप करायें।