आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अब ओपन पोर्टल।
समस्तीपुर /30 जून सरकार की महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के लिए अब सरकार ने नया ओपन पोर्टल बीआईएस 2.0 लागू किया है जहां कोई भी व्यक्ति सेल्फ रजिस्ट्रेशन कर पात्र लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बना सकता है. साथ ही पंचायत स्तर पर कार्ड बनाने वाले डाटा ऑपरेटर, सीएससी ( कॉमन सर्विस सेंटर, यूटीआईआईटीएलएस, आरोग्य मित्र भी पात्र लाभार्थियों का इसी पोर्टल के माध्यम से लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाएंगे. डीपीसी कंचनमाला ने बताया इस पोर्टल की एक और विशेषता यह होगी कोई भी लाभार्थी जिनका आयुष्मान कार्ड बनेगा उसी आयुष्मान कार्ड पर उन्हें आभा नंबर भी मिल जाएगा जिसके लिए उन्हें अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी.
कैसे करे रजिस्ट्रेशन:
डीपीसी कंचनमाला ने बताया लिंक https://setu.pmjay.gov.in/setu/ ओपन कर आयुष्मान कार्ड बना सकता है इसके लिए वेबसाइट के रजिस्ट्रेशन पर क्लिक कर , मोबाइल नंबर और आधार नंबर डालकर ओटीपी वेरीफाई करना होगा उसके बाद , अपना पर्सनल डिटेल्स भरना होगा . लॉग इन नाम डालकर क्रिएट बटन पर क्लिक कीजिये. ऑनलाइन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और आपके मोबाइल पर एक मैसेज आ जायेगा. जिसमे आपको आयुष्मानआईडी मिल जायेगा.इसी आईडी की मदद से आप आयुष्मान पोर्टल पर लॉगीन करके आयुष्मान कार्ड सम्बंधित बनाने से काम कर सकते है.
आयुष्मान पंजीकरण के लाभ:
•लोगो की पात्रता जाँच सकते है की उनको आयुष्मान कार्ड मिलेगा या नहीं
•लोगो के लिए आयुष्मान कार्ड ऑनलाइन बना पाएंगे.
•आयुष्मान कार्ड डाउनलोड कर पाएंगे
पात्र लाभार्थियों का बनता है गोल्डन कार्ड:
केंद्र सरकार ने सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के नि:शुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। इसमें सोशल इकनॉमिक कॉस्ट सेंसेज 2011 (सेक डेटा) के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभ दिलाने के लिए पात्र माना गया था। बीओसीडब्ल्यू के पंजीकृत मजदूरों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। इसी के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है।
पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज:
डीपीसी ने बताया यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसे सफल बनाने में सभी की सहभागिता अनिवार्य है। पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही उन्होंने जिले के योग्य अस्पतालों से आग्रह किया है कि इस योजना से जुड़े तथा गरीब तबके के लोगों को इस योजना का लाभ दिलाएं।