#MNN@24X7 दरभंगा, 20 जनवरी, दरभंगा के डीपीसीयू कार्यालय के सभागार में डी.पी.एम जीविका डॉ.ऋचा गार्गी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय “सामुदायिक उन्मुखीकरण-सह-सामुदायिक संवाद” हेतु सभी विषयगत प्रबंधक, युवा पेशेवर व बीपीएम का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
     
डीपीएम ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीविका,बिहार के 38 जिला के 534 प्रखंडों में त्रिस्तरीय सामुदायिक संरचना यथा-स्वयं सहायता समूह,ग्राम संगठन एवं संकुल स्तरीय संगठन को प्रोत्साहित कर रही है।
 
सभी सामुदायिक संगठनों द्वारा प्रशासनिक,वित्तीय एवं वैधानिक प्रबंधन और सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है।
  
उन्होंने कहा कि सामुदायिक संगठनों में प्रशासनिक एवं वित्तीय प्रबंधन को सशक्त एवं सुदृढ़ करने हेतु विभिन्न स्तरों पर सामुदायिक संगठन, सामुदायिक कार्यकर्ता एवं परियोजनाकर्मी को सामुदायिक उन्मुखीकरण-सह- सामुदायिक संवाद को निरंतर बढ़ावा देने की आवश्यकता है। इस प्रक्रिया के परिणामस्वरूप सदस्यों से सीधे संवाद स्थापित होगा और सामुदायिक संगठनों में कुशल प्रशासन, सुदृढ़ एवं पारदर्शी प्रणाली स्थापित होगी तथा सदस्यों में संगठन के प्रति विश्वास, जुड़ाव और उत्तरदायित्व की भावना अधिक प्रबल होगी।
     
प्रशिक्षण पदाधिकारी अमित कुमार ने संबंधित विषय पर विस्तृत रूप से परिचर्चा करते हुए स्वयं सहायता समूह, ग्राम संगठन एवं संकुल स्तरीय संगठन के गठन का महत्व, कार्य एवं उतरदायित्व के बारे में बताया।
   
उन्होंने संकुल स्तरीय संगठन द्वारा क्रियान्वित की जा रही विभिन्न गतिविधियाँ (सामाजिक विकास, जीविकोपार्जन, स्वास्थ्य एवं पोषण, सतत जीविकोपार्जन योजना) एवं क्रियान्वयन,सामुदायिक कार्यकर्ता का चयन,कार्य एवं उतरदायित्व एवं विमुक्ति,एकरारनामा,समीक्षा,सामुदायिक कार्यकर्त्ता मानदेय (सामुदायिक संगठनों एवं परियोजना का अंशदान,मानदेय भुगतान की प्रक्रिया),परियोजना एवं बैंक के माध्यम से सामुदायिक संगठनों को प्राप्त विभिन्न निधियों की जानकारी दी।
 
साथ ही प्रबंधन का महत्व एवं उद्देश्य बताते हुए ग्राम संगठन से संकुल स्तरीय संगठन में ऋण वापसी एवं फंड रोटेसन का महत्व,भी समझाया। 
   
प्रशिक्षण पदाधिकारी कुमार उत्तम ने सामुदायिक शिकायत निवारण प्रक्रिया (CGRM) एवं इसकी आवश्यकता, सूचना प्रबंधन प्रणाली (एम.आई.एस) का महत्व एवं समीक्षा की गहनता से परिचर्चा की।
  
जिला स्तरीय उन्मुखीकरण के बाद अब सभी प्रखंड, सीएलएफ़,ग्राम संगठन व समूहों में सभी कर्मी,कैडर व जीविका दीदियों को उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित कर जागरूक किया जायेगा।