साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था हिन्दी समाहार मंच, दरभंगा की ओर से आज समाहार मंच के कार्यालय, त्रिध्वन्या,शुभंकरपुर में मंच के पूर्व अध्यक्ष डॉ. ब्रह्मदेव प्रसाद कार्यी की अध्यक्षता में शोक सभा आयोजित की गयी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. ब्रह्मदेव प्रसाद कार्यी ने कहा कि वे अपने कृतियों के माध्यम से सदैव जीवित रहेंगे।मिथिला लेखक संघ के संयोजक चंद्रेश ने कहा कि अहिल्यास्थान को पर्यटन स्थल स्वरूप प्रदान करने मे उनका योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण था।हीरालाल सहनी ने कहा कि’वे मानवतावादी साहित्यकार थे।
महाकांत प्रसाद ने कहा कि वे नये साहित्यकारो को बढ़ाबा देते थे। चंद्रमोहन पोद्दार ने कहा कि-साहित्यिक संस्थाओ के प्रति संवेदनशील थे। विश्वनाथ ठाकुर ने कहा वे सादगी पसन्द व्यक्ति थे। मंच के उपाध्यक्ष डॉ अयूब राईन ने कहा कि वे कर्तव्यनिष्ठ महामानव थे।
रमण कुमार झा ने कहा कि वे हिन्दी साहित्य जगत के सम्राट थे।अरूण कुमार वर्मा ने कहा कि वे राम काव्य के मर्मज्ञ थे।
संचालन अमिताभ कुमार सिन्हा ने किया।