दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में सीएम साइंस कालेज में आयोजित पांच दिवसीय प्रतियोगिता का समापन शनिवार को परिसर में नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति के साथ हुआ। समापन के अवसर प्रधानाचार्य प्रो दिलीप कुमार चौधरी ने कहा कि नुक्‍कड़ नाटक एक ऐसी नाट्य विधा है, जो परंपरागत रंगमंचीय नाटकों से भिन्‍न होती है।आमतौर पर इसकी रचना सामाजिक परिस्थितियों और संदर्भों से उपजे विषयों को आमजनता के लिए उसी की भाषा में आधार बनाकर प्रस्तुत किया जाता है।

उन्होंने पांच दिवसीय विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफल हुए प्रतिभागियों को बधाई देते हुए असफल प्रतिभागियों को निराश होने की बजाय अपनी कमी के प्रति आत्मचिंतन कर आगे बढ़ने की सलाह दी। बुधवार को ‘ललित नारायण मिथिला नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल द्वारा आंकी गई प्रतिभा के आधार पर सर्वश्रेष्ठ तीन प्रतिभागियों का चयन किया गया। इन सभी को स्वतंत्रता दिवस समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।

मैथिली विभागाध्यक्ष डॉ सत्येंद्र कुमार झा के संचालन में आयोजित इस प्रतियोगिता में अंग्रेजी विभाग की शिक्षिका डॉ आर्यिका पाॅल, डॉ निधि झा, डाॅ सुषमा रानी एवं डॉ रश्मि रेखा ने निर्णायक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जबकि आयोजन में डाॅ अजय कुमार ठाकुर, डॉ सुजीत कुमार चौधरी, प्रवीण कुमार झा, चेतकर झा आदि की उल्लेखनीय भूमिका रही।