*’शैक्षणिक धरातल पर जल जीवन हरियाली का उद्देश्य एवं महत्व’ विषय पर महदौली- बाजितपुर में हुआ शिविर*
*समापन समारोह में डा चौरसिया, डा आनंद प्रकाश, प्रो इन्द्रिरा, प्रो मंजू, विजय पासवान, डा प्रेम कुमारी, डा शैलेन्द्र व अखिलेश ने रखे विचार*
*एनएसएस दबी युवा प्रतिभा को निखारने एवं युवाओं में सामाजिक बोध कराने में पूर्णतः सक्षम- डा चौरसिया*
*विस्तृत एवं समसामयिक विषय पर आयोजित विशेष शिविर का न्यूज़ बुलेटिन प्रकाशित हो- डा आनंद प्रकाश*
*समाज के वंचित लोगों के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य व स्वच्छता जैसे उपयोगी कार्यक्रम चलाना सराहनीय- विजय कुमार*
*छात्रों द्वारा जल व हरियाली संरक्षण, स्वच्छता व स्वास्थ्य जागरूकता एवं श्रम व शिक्षा दान कार्य अनुकरणीय- डा प्रेम कुमारी*
*विशेष शिविर में भाग लेने वाले 50 स्वयंसेवकों को दिए जाएंगे बारकोड व फोटोयुक्त प्रमाण पत्र- अखिलेश*
सी एम कॉलेज, दरभंगा की एनएसएस इकाई दो के तत्वावधान में ‘शैक्षणिक धरातल पर जल जीवन हरियाली का उद्देश्य एवं महत्व’ विषय पर गोद लिए गए मुहल्ले महदौली- बाजितपुर में गत 6 मई से चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन समारोह महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया गया, जिसमें रोशनी व तन्नु के स्वागतगान तथा दिनेश झा ने मिथिलागीत प्रस्तुत किया। महाविद्यालय के बर्सर डा आर एन चौरसिया की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में प्रो इन्दिरा झा, प्रो मंजू राय, डा आनंद प्रकाश गुप्ता, डा प्रेम कुमारी, विजय कुमार पासवान, अखिलेश कुमार राठौर व डा शैलेन्द्र श्रीवास्तव सहित अनेक छात्र- छात्राओं ने विचार व्यक्त किए।
अध्यक्षीय संबोधन में डा आर एन चौरसिया ने कहा कि एनएसएस से व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास होता है तथा युवा कर्तव्यनिष्ठ, कुशल एवं राष्ट्रभक्त बनते हैं। उन्होंने कहा कि एनएसएस युवाओं में दबी क्षमता का विकास कर उनमें सामाजिक बोध कराने में पूर्णतः सक्षम है।
मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय एनएसएस समन्वयक डा आनंद कुमार गुप्ता ने कहा कि शिविर में छात्रों ने अनेक समाजोपयोगी कार्य किए हैं विस्तृत एवं समसामयिक विषय पर आयोजित सात दिवसीय शिविर का न्यूज़ बुलेटिन प्रकाशित हो ताकि नेट में भी महाविद्यालय को लाभ मिल सके। वहीं विशिष्ट अतिथि विजय कुमार पासवान ने कहा कि समाजसेवा सबसे बड़ी सेवा है। समाज के वंचित लोगों के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य व स्वच्छता जैसे जनोपयोगी कार्यक्रम चलाना सराहनीय है।
संगीत की प्राध्यापिका डा प्रेम कुमारी ने कहा कि छात्रों द्वारा जल व हरियाली संरक्षण, स्वच्छता व स्वास्थ्य जागरूकता एवं श्रम व शिक्षादान का कार्य प्रशंसनीय व अनुकरणीय है। हमारे जीवन में संगीत का महत्वपूर्ण स्थान है, जिसके बिना हमारा जीवन नीरस हो जाएगा। इसे सीखने की कोई उम्र नहीं होती है।
कार्यक्रम पदाधिकारी एवं शिविर संयोजक अखिलेश कुमार राठौर ने शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि छात्रों ने शिविर में जागरूकता कार्यक्रम के अतिरिक्त शिक्षादान, श्रमदान भी किया। वहीं अनेक छात्रों ने आर्ट एंड क्राफ्ट के माध्यम से अनेकानेक कलाकृतियों व जागरूकता पेंटिंग का निर्माण किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम, योग- प्राणायाम व तनाव- प्रबंधन आदि को विशेष रूप से संपादित किया। उन्होंने कहा कि शिविर के छात्रों को फोटो एवं बारकोड युक्त प्रमाण पत्र दिया जाएगा।अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं मोमेंटो से किया गया, जबकि विशिष्ट कार्यों के लिए स्वयंसेवकों को मेडल प्रदान कर हौसला अफजाई किया गया।
स्वयंसेवकों की ओर से शिवम कुमार झा, सफीना महफूज, अमित शुक्ला, शांभवी मिश्रा, सिमरन, पुष्पा, जयप्रकाश साहू, अमरजीत, सत्यम व कुमार सौरभ आदि ने विचार व्यक्त किए।