*आगामी मई महीना में होने वाले 7 विभिन्न महत्वपूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रमों की रूपरेखा हुई निर्धारित*
*बैठक में सीएम कॉलेज,एमजी व मारवाड़ी कॉलेज, एमआरएम व सीएमजे एवं मिथिला महिला कॉलेज के शिक्षकों की हुई सहभागिता*
सीएम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य डा फुलो पासवान की अध्यक्षता में विभिन्न महाविद्यालयों के प्राध्यापकों की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें आगामी मई माह में होने वाले 7 विभिन्न महत्वपूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई। बैठक में मारवाड़ी महाविद्यालय के डा विकास सिंह, व डॉ सुनीता कुमारी, एमआरएम कॉलेज की डा नीलम सेन, डा ज्योति प्रभा व डा सगुफ्ता खानम, पीजी इतिहास विभाग के प्राध्यापक डा मनीष कुमार, मिथिला महिला कॉलेज की डा शशिबाला, महात्मा गांधी कॉलेज के डा ज्वाला चौधरी, सीएमजे कॉलेज के डा शशिभूषण कुमार शशि, पटना विश्वविद्यालय के पूर्व प्रतिकुलपति प्रो राजा राम प्रसाद, प्रधान सहायक विपिन कुमार सिंह, सरफराज अहमद, मो अफजल तथा बालकृष्ण कुमार सिंह आदि ने भाग लिया।
बैठक में 1 मई को राष्ट्रीय मानव शोध संस्थान, दरभंगा तथा सीएम कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग द्वारा ‘मिथिला में लघु उद्योग एवं श्रम विकास : मुद्दे एवं चुनौतियाँ’ विषयक सेमिनार, 3 मई को सीएम कॉलेज के संस्कृत विभाग के तत्वावधान में ‘युवावस्था में शुकनासोपदेश की उपादेयता’ पर मारवाड़ी कॉलेज के संस्कृत विभागाध्यक्ष डा विकास सिंह का ऑनलाइन विशेष व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा। वहीं 7 मई को मारवाड़ी कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग तथा सीएम कॉलेज के संस्कृत विभाग द्वारा ‘भगवान बुद्ध और कार्ल मार्क्स पर ऑनलाइन सामूहिक विमर्श’, 19 मई को मारवाड़ी कॉलेज तथा एमआरएम कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग द्वारा ‘उच्च शिक्षा में महिलाओं के बढ़ते कदम’ पर ऑफलाइन सामूहिक चर्चा कराने की सहमति दी गई, जबकि 21 मई को एमआरएम कॉलेज के हिन्दी विभाग तथा सीएम कॉलेज के संस्कृत विभाग द्वारा ‘शोध प्रविधि : मुद्दे एवं चुनौतियां’ विषयक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 24 मई को सीएम कॉलेज के संस्कृत विभाग द्वारा ‘नालंदा विश्वविद्यालय के पुनर्वाहक भिक्खु जगदीश कश्शप’ पर ऑनलाइन व्याख्यान तथा 28 मई को एमआरएम कॉलेज के इतिहास विभाग एवं मारवाड़ी कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग द्वारा ‘गांधी और अंबेडकर के सामाजिक विचारों की प्रासंगिकता’ विषयक ऑफलाइन कार्यक्रम का आयोजन एमआरएम कॉलेज में किया जाएगा।
सीएम कॉलेज के प्रधानाचार्य डा फुलो पासवान, एमआरएम कॉलेज के प्रधानाचार्य डा रूपकला सिन्हा, मारवाड़ी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा दिलीप कुमार व बर्सर डा अवधेश प्रसाद यादव, एमआरएम कॉलेज के इतिहास विभागाध्यक्ष डा अजय कुमार झा तथा समाजशास्त्र की प्राध्यापिका डा पुतुल सिंह आदि ने उक्त शैक्षणिक कार्यक्रमों की न केवल स्वीकृति दी, बल्कि पूर्ण सहयोग का भरोसा भी दिलाया।
उक्त सभी कार्यक्रमों के संयोजक डा चौरसिया ने बताया कि इन शैक्षणिक कार्यक्रमों का उद्देश्य नवनियुक्त शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को विभिन्न विषयों का विस्तृत अध्ययन-अध्यापन एवं शोध- कार्यों की ओर प्रेरित करते हुए मिथिला की ज्ञान परंपरा को अक्षुण्ण रखते हुए नई पीढ़ी को हस्तगत कराना है।