#MNN@24X7 दरभंगा कृषि विज्ञान केन्द्र जाले दरभंगा के वरिष्ठ वैज्ञानिक सह अध्यक्ष डॉ. दिव्यांशु शेखर की अध्यक्षता में कृषि अभियंत्रण वैज्ञानिक ई. निधि कुमारी ने दरभंगा के जाले प्रखंड के घोघराहा गांव में सुनिश्चित एवं सामुदायिक सिंचाई से होने वाले फायदे पर एक दिवसीय ऑफ कैंपस प्रशिक्षण का आयोजन किया।

इस प्रशिक्षण के दौरान ई. निधि ने बताया कि सामुदायिक सिंचाई” एक ऐसी प्रणाली को संदर्भित करती है जहां किसानों का एक समूह सामूहिक रूप से नहरों या पंपों जैसे साझा बुनियादी ढांचे के माध्यम से सिंचाई उद्देश्यों के लिए जल संसाधनों का प्रबंधन और साझा करता है, जबकि “सुनिश्चित सिंचाई” का अर्थ कृषि के लिए एक विश्वसनीय और गारंटीकृत जल आपूर्ति है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि फसलों को वर्षा पैटर्न की परवाह किए बिना पर्याप्त पानी मिले, आमतौर पर ड्रिप सिस्टम या स्प्रिंकलर जैसी कुशल सिंचाई विधियों के माध्यम से सुनिश्चित सिंचाई को प्राप्त किया जा सकता है। वर्षा आधारित जल से खेती काफी मुश्किल हो जाती है क्योंकि सुनिश्चित समय पर सिंचाई उपलब्ध नहीं होने से पौधे की बढ़वार बाधित हो जाती है साथ ही कभी कभी पौधे सुख भी जाते हैं। सुनिश्चित सिंचाई द्वारा किसान अपनी उत्पादकता को बढ़ा कर आय को 15 से 20% तक बढ़ा सकते हैं।बिहार सरकार द्वारा भी सामुदायिक सिंचाई को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न प्रकार के योजनाओं को चलाया जा रहा है।

इसके अलावा ई. निधि ने समूह अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण के तहत् राई के राजेंद्र सुफलम-1 का प्रक्षेत्र भ्रमण किया जिसमें घोघराहा गांव के किसान उपस्थित थे।