प्रत्येक पंचायत के 4 वार्ड में लगेगा सोलर लाइट।
एक वार्ड के 10 स्थलों पर लगेगा सोलर लाइट।
अपशिष्ट प्रबंधन पर्यावरण संतुलन के लिए आवश्यक।

#MNN@24X7 दरभंगा, 22 नवम्बर-दरभंगा ओडिटोरियम, (नेहरू स्टेडियम, लहेरियासराय) में मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर लाइट योजना एवं लोहिया स्वच्छ बिहार, अभियान द्वितीय चरण को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित जिलाधिकारी दरभंगा श्री राजीव रौशन ने कार्यक्रम में शामिल दरभंगा जिले के सभी प्रमुख एवं मुखिया जी को संबोधित करते हुए कहा कि आज इस कार्यशाला में ग्रामीण विकास के इंजनरुपी जनप्रतिनिधि उपस्थित हैं।
जिस ग्राम सुराज का स्वप्न बापू ने देखा था, उसकी जीती जागती तस्वीर आप हैं, जनता के विश्वास को बनाए रखना, उनके विश्वास पर खरा उतरना आप की पहली जिम्मेवारी है।
   
ग्रामीण विकास आप ही के हाथों में है, ग्राम स्तर के सभी योजनाओं के क्रियान्वयन, उनका संचालन एवं योजनाओं की गुणवत्ता बनाए रखने की जिम्मेवारी त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था की है।

पंचायती राज व्यवस्था में यह व्यवस्था की है कि जनता अपनी स्थानीय प्राथमिकता के अनुसार अपने विकास की योजना को खुद तय करेगी, बनाएगी और संचालित करेगी।  

सरकार भी इसके लिए अब सीधे पंचायत राज व्यवस्था को राशि उपलब्ध करा रही है। ताकि वे अपने क्षेत्र,अपने गांव का विकास अपनी प्राथमिकता के अनुसार करें और इसमें वहां के सभी जनता की भागीदारी सुनिश्चित हो।
      
उन्होंने कहा कि जब तक हम खुद से चिंतन, मंथन करके विकास का कार्य नहीं करेंगे तो ऐसा लगेगा कि विकास योजना हमारी आवश्यकता अनुसार तय नहीं हुआ। इसलिए पंचायती राज व्यवस्था में सारी शक्ति पंचायती राज व्यवस्था को दी गयी है। इसके लिए आपको इन योजनाओं से हार्दिक लगाव रखना होगा, नहीं तो वह विकास या योजना टिकाऊ नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि नल-जल योजना का उद्देश्य है कि वहां के लोगों को आवश्यकतानुसार समय पर शुद्ध  उपलब्ध कराना, केवल संरचना खड़ा करना हमारा उद्देश्य नहीं है। उन्होंने कहा कि उन संरचनाओं के रख-रखाव की जिम्मेवारी भी आपकी है। आपका लगाव ही इस योजना को सफल बनाएगा।
    
उन्होंने कहा कि खुले में शौच मुक्त अभियान के अंतर्गत वार्ड, पंचायत, प्रखंड एवं जिला को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) बनाया गया। लेकिन, इसको स्थाई बनाए रखने के लिए वहाँ के नागरिकों का व्यवहार परिवर्तन आवश्यक है, इसके लिए मुखिया जी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि को आगे चलने की जरूरत है।
  
उन्होंने कहा शत-प्रतिशत व्यवहार में परिवर्तन लाने में समय लगता है और उसके लिए आपका निरंतर प्रयास एवं लोगों को लगातार जागरूक करने की आवश्यकता है।
  
उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी के प्रयास से ही भविष्य की उम्मीद की नीव अंकुरित होती है, इसलिए आप ही को प्रयास करना होगा, हम अपने महापुरुषों पर गर्व करते हैं, उनको इसलिए याद करते हैं कि उन्होंने हमारे उज्जवल भविष्य की नींव रखी।
   
इसी तरह यदि आप चाहते हैं कि भावी पीढ़ी आप पर गर्व करे, याद रखें तो आपको इसके लिए मेहनत करनी होगी, उम्मीद और आशा की नींव रखनी पड़ेगी।
   
उन्होंने कहा कि हमारे माननीय मुख्यमंत्री जी की सोच है, कि परिवार को यदि नियमित आकार का एवं शिक्षित बनाना है तो हमें अपने बच्चियों को पढ़ाना होगा।
    
इसी प्रकार से हमें *स्वच्छ गाँव एवं समृद्ध गाँव* के आदर्श को लेकर चलना होगा। प्रकृति में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, ग्लोबल वार्मिंग की दौर से पूरी दुनिया गुजर रही है, जिसके कारण अनायास मौसम में परिवर्तन, प्राकृतिक आपदा का आगमन हो रहा है।इसका कारण है पर्यावरण संतुलन के लिए आवश्यक चक्र पूरा नहीं हो पा रहा है।पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए हमें स्वच्छता को अपनाना होगा। अगर हम अपशिष्ट पदार्थ का निष्पादन वैज्ञानिक तरीके से नहीं करेंगे तो इस पर नियंत्रण नहीं पाया जा सकेगा।
   

उन्होंने कहा कि हमारे जितने भी ऑर्गेनिक है उसे हम सही ढंग से कमपोस्ट में तब्दील करके उसका उपयोग करें तो हमें लाभ होगा। उन्होंने कार्बन चक्र को समझाते हुए कहा कि कचरे का उपयोग हम वैज्ञानिक तरीके से प्रसंस्करण कर कंपोस्ट के रूप में कर सकते हैं और इससे पर्यावरण को भी लाभ होगा और हमें भी लाभ होगा।
     

उन्होंने कहा कि अगर हम वैज्ञानिक तरीके से कचरे या अपशिष्ट पदार्थ का निष्पादन करते हैं। तो, यह लाभदायक होगा, अगर इसे यत्र-तत्र छोड़ देंगे तो यह हमारे पर्यावरण के लिए हानिकारक होगा। इसलिए खुले में शौच मुक्त अभियान के साथ-साथ ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यक्रम को भी लेकर चलना होगा। यदि हम ऐसा नहीं करेंगे तो हम, हमारा परिवार,हमारा समाज ही उस गंदगी से उत्पन्न बीमारियों का शिकार बनेगा।
     
उन्होंने कहा कि विकास की पहली आधारशिला विश्वास पर रखी जाती है और आप में यह विश्वास होना चाहिए कि यह योजना आपकी भलाई के लिए है।
   
मुख्यमंत्री सोलर लाइट योजना मेरे, मेरे परिवार, मेरे समाज के लिए है। यदि रात्रि में प्रकाश रहेगा तो किसी प्रकार की दुर्घटना नहीं होगी। जब मेरे मित्र, मेरे संबंधी इस रास्ते से गुजरेंगे तो उनमें सुरक्षा व स्वच्छता की भावना रहेगी। इसलिए आपको सबसे पहले यह समझना होगा कि यह योजना आपके लिए है, तब ही आप वहां की जनता को समझा पाएंगे कि यह योजना उनके लिए है।
   
उन्होंने कहा कि जब आप विकास से जुड़ेंगे तो आपके काम से, सरकार के दृष्टिकोण से जो विकास की लकीर बनेगी वह स्थाई होगी।

उन्होंने कहा कि हमें यदि दरभंगा की तस्वीर और तकदीर बदलनी है तो विकास की लकीर रेत पर नहीं बल्कि पत्थर पर खींचनी होगी, जो कभी मिट न सके।
      
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त श्रीमती अमृषा बैंस ने उन्मुखीकरण कार्यक्रम से सभी को अवगत कराते हुए कहा कि जब भी हम विकास के लिए कोई कार्यक्रम का शुभारंभ करते हैं तो इसके लिए सबसे पहले जागरूकता लाना आवश्यक होता है, साथ ही कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी अपेक्षित होती है।
   
ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत जिले के 50 पंचायतों का चयन प्रथम चरण में किया गया है, लेकिन अभी भी वहां के सभी घरों से कचरा नहीं उठ रहा है, साथ ही ठोस एवं तरल कचरा अलग-अलग डस्टबिन में नहीं रखा जा रहा है इसलिए सबसे पहले लोगों को जागरूक करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगले चरण के लिए पुनः 104 पंचायतों का चयन किया जा चुका है।

इस कार्यक्रम की सफलता के लिए जनप्रतिनिधियों को आगे आना होगा।
     
उन्होंने ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों को भी अच्छी गुणवत्ता वाली सामग्री जिसका (बजट में) प्रावधान किया गया है, वही सामग्री प्रसंस्करण इकाई को प्रदान करने को कहा।
   
उन्होंने कहा कि लोगों में जागरूकता जीविका दीदी, आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका एवं आशा के माध्यम से किया जा सकता है।
   
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती रेणु देवी ने इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी का धन्यवाद किया।
उन्होंने ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन एवं मुख्यमंत्री सोलर लाइट योजना के संबंध में कहा कि यह सरकार की बहुत ही अच्छी योजना है। उन्होंने कहा कि कचरा प्रबंधन के लिए सभी लोगों को मिल-जुल कर कार्य करना होगा, जिससे कचरे से खाद बनाया जा सके और प्रदूषण व गंदगी जनित बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सके।

कार्यक्रम का संचालन उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता द्वारा किया गया।
   
उन्मुखीकरण कार्यक्रम में  बताया गया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाईन योजना को सात निश्चय पार्ट – टू अन्तर्गत स्वच्छ गाँव, समृद्ध गाँव के तहत सभी पंचायतों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाना है।
      
दरभंगा जिला में मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लगाने हेतु तीन एजेंसी यथा – मे0 ब्रिज एण्ड रूफ कम्पनी (आई) लिमिटेड, मे0 आई.टी.आई लिमिटेड एवं मे0 लॉर्ड्स मार्क्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड चयनित किया गया है।
 
ये एजेंसी ब्रेडा द्वारा चयनित किये गये हैं और इन्हें कार्य करने हेतु दरभंगा जिला
आवंटित किया गया है।
   
उक्त सभी चयनित एजेंसी के प्रतिनिधियों के साथ जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी है। साथ ही तीनों एजेंसी को 06-06 प्रखण्ड एवं 103-103 पंचायत आवंटित किया गया है।
  
मे. ब्रिज एण्ड रूफ कम्पनी (आई) लिमिटेड को बहादुरपुर, किरतपुर, घनश्यामपुर, सिंहवाड़ा, तारडीह एवं बिरौल प्रखण्ड आवंटित किया गया है।       वहीं मे0.आई.टी.आई. लिमिटेड को केवटी, हनुमाननगर, जाले, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, अलीनगर एवं मनीगाछी प्रखण्ड तथा मे0 लॉर्ड्स मार्क्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड को बहेड़ी, कुशेश्वरस्थान, बेनीपुर, सदर, हायाघाट एवं गौड़ाबौराम प्रखण्ड आवंटित किया गया है।
    
उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर जिलाधिकरी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है, जिसमें मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, विद्युत विभाग तथा ब्रेडा के प्रतिनिधि सदस्य है एवं जिला पंचायत राज पदाधिकारी सदस्य सचिव हैं। 
  उन्होंने बताया कि तीनों एजेंसी के साथ एकरारनामा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वार्ड में 10-10 मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाईट लगाया जाना है। इसके अलावा 10 मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाईट का ग्राम पंचायत द्वारा चयन किया जा सकता है, जिसे सार्वजनिक स्थल, खेल मैदान, पंचायत सरकार भवन जैसे जगहों पर लगाया जा सकता है।
 
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में प्रत्येक पंचायत के 04-04 वार्डों का चयन कर मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाईट लगाया जाएगा, जिसकी सूची सभी प्रखण्डों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
  
उन्होंने बताया कि 45 प्रतिशत् राशि का भुगतान ग्राम पंचायत द्वारा 15वीं वित्त आयोग के अनटाईड निधि से किया जाएगा। इसके लिए सभी ग्राम पंचायतों को 15वीं वित्त आयोग की राशि उपलब्ध करा दी गयी है।
   
मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाईट का रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम द्वारा जिला स्तर के पदाधिकारी, तकनिकी पदाधिकारी एवं राज्य स्तर के पदाधिकारी अनुश्रवण कर पाएंगे।
  
इसके उपरांत नल जल योजना के संधारण के संबंध में विस्तृत से जानकारी दी गई तथा लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के संबंध में बताया गया।
  
इस अवसर पर कार्यक्रम में जिला पंचायत राज पदाधिकारी आलोक राज, सभी प्रमुख, मुखिया जी, पंचायत सचिव एवं संबंधित पदाधिकारी गण उपस्थित थे।