#MNN@24X7 स्नातकोत्तर इतिहास विभाग एवं एन एस एस के संयुक्त तत्वाधान में स्नातकोत्तर इतिहास विभाग में सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती का आयोजन किया गया। समारोह की विशेष अतिथि प्रति कुलपति प्रो डॉली सिन्हा ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं, प्राध्यापको अधिकारियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन के महत्वपूर्ण पक्ष पर प्रकाश डाला। सभा में उपस्थित सभी लोगों से उनके जीवन देश के प्रति समर्पण प्रतिबद्धता तथा त्याग से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने छात्र छात्राओं को बताया किस प्रकार 22 वर्ष की अवस्था में 10वीं की परीक्षा भास्कर प्रगति पथ पर प्रगति पथ पर निरंतर अपने दृढ़ता एवं दृढ़ इच्छाशक्ति और कर्मठता का परिचय देते हुए 36 महीने के बैरिस्टर की परीक्षा इंग्लैंड में मात्र 30 महीने में पास कर ली।
उन्होंने सरदार पटेल की स्वाधीनता आंदोलन एवं देशी राज्यों के एकीकरण में योगदान रेखांकित किया। विभाग के वरिष्ठ प्रध्यापक प्रोफेसर प्रभाष चंद्र मिश्र ने सरदार पटेल के बारदोली किसान आंदोलन सविनय अवज्ञा आंदोलन एवं भारत छोड़ो आंदोलन में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
विभागीय अध्यक्ष प्रोफेसर नैयर आजम भी इस अवसर पर अपने उद्बोधन में छात्र छात्राओं को देश की अखंडता में उनके योगदान को रेखांकित किया। कार्यक्रम का संचालन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ अमिताभ कुमार ने किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी विभागों तथा अधिकारियों एन एस एस छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लेकर राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ लेकर कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपना योगदान दिया।