दरभंगा। आज दिनांक 6 अगस्त, 2022 को स्नातकोत्तर भौतिकी विभाग में पी-एच डी परिनियम- 2016 पर कार्यशाला आयोजित की गई। “वर्कशॉप कम इंटरएक्टिव सेशन इन फिजिक्स ऑन यूनिफॉर्म ऑर्डिनेंस एंड रेगुलेशन गवर्निंग अवार्ड ऑफ़ पी-एच डी डिग्री बाय द यूनिवर्सिटीज ऑफ बिहार” विषयक कार्यशाला का उद्घाटन विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अरुण कुमार सिंह ने किया।
जिसमें विभागीय प्राध्यापक प्रो सुरेन्द्र कुमार, डा दीपक कुमार, पूजा अग्रवाल, डा बाल बोध यादव, डा देवकुमार साह, सीमांत कुमार, हीराकांत ठाकुर, राम सेवक दास, बिंदेश्वर शर्मा तथा संजय राम के अतिरिक्त 15 पर्यवेक्षकों एवं 28 विभागीय शोधार्थियों ने भाग लिया, जिनमें डी कॉलेज, बेगूसराय से प्रो एन आलम, मिल्लत कॉलेज, दरभंगा से प्रो एम सी मिश्रा, एमआरएम कॉलेज से डा अमित गुप्ता, सी एम साइंस कॉलेज से डा यू के दास, डा सतीश चंद्र झा, डा सुजीत कुमार चौधरी एवं डा अजय कुमार ठाकुर, मारवाड़ी कॉलेज से डा अमित कुमार सिंह, आर बी कॉलेज, दलसिंगसराय से डा धीरज कुमार पांडे, एपीएसएम कॉलेज, बरौनी से डा तनवीर अशरफ, आरबीएस कॉलेज, अंदौर से डा शिबली रहमानी तथा समस्तीपुर कॉलेज से डा रितेश कुमार चौरसिया ने अपने-अपने शोधार्थियों के साथ कार्यशाला में उपस्थित रहे।
कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अरुण कुमार सिंह ने सभी पर्यवेक्षकों एवं शोधार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि शोधार्थी को अपने-अपने पर्यवेक्षकों के नियमित संपर्क में रहकर गुणवत्तापूर्ण शोधकार्य को आगे बढ़ाना चाहिए, ताकि तय समय सीमा के अंदर शोधप्रबंध पूर्ण किया जा सके। विभागाध्यक्ष ने कहा कि सभी शोध पर्यवेक्षक योग्य एवं शोध- कार्य में निपुण हैं, जिसका लाभ सभी शोधार्थियों को प्राप्त होगा। शोधार्थियों के किसी भी कठिनाई के लिए विभाग सदैव तत्पर रहेगा।
विभागीय प्राध्यापक प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार ने कहा कि शोधार्थियों का पंजीयन उसके शोध कार्यों की गुणवत्ता एवं उसके व्यवहार पर निर्भर करेगा |शोधार्थी को अपना शोध कार्य कम से कम 3 वर्षों और अधिकतम 6 वर्षों के अंदर पूरा कर लेना होगा। इसके बाद शोधार्थियों को अवधि विस्तार की प्रक्रिया से गुजरना होगा। शोधार्थी को अपने शोधकाल में यूजीसी मान्यता प्राप्त जनरल में कम से कम एक शोधपत्र प्रकाशित करना अनिवार्य होगा और साथ ही साथ दो सेमिनार या कॉन्फ्रेंस पेपर भी प्रकाशित कराने होंगे। शोधार्थी को शोध प्रबंध विश्वविद्यालय में जमा करने से एक महीना पहले इसकी जानकारी विभागाध्यक्ष को देनी होगी। सभी शोधार्थियों को अपने-अपने पर्यवेक्षकों के संबंधित विभाग में 75% उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी।
विभागीय प्राध्यापक डा दीपक कुमार के संचालन में आयोजित कार्यशाला में धन्यवाद ज्ञापन विभागीय प्राध्यापिका पूजा अग्रवाल ने किया।