एनएसएस के सात दिवसीय शिविर का हुआ उद्घाटन

#MNN@24X7 दरभंगा, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो0 सिद्धार्थ शंकर सिंह ने कहा कि स्वच्छ रहकर ही हमसभी अच्छे स्वस्थ्य की कामना कर सकते हैं। दिनचर्या व आचरण की प्रक्रिया के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने ग्रन्थों में वर्णित स्वास्थ्य व स्वच्छता के निमित्त विशद वर्णन को समझाया।

स्वच्छता व स्वास्थ्य विषय पर एनएसएस द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिविर के उद्घाटन के मौके पर मुख्य अतिथि प्रो0 सिंह ने ब्रजभूषण संस्कृत कॉलेज, खरखुरा में उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि भारत की सांस्कृतिक, सामाजिकव वैज्ञानिक धरोहरें संस्कृत ग्रन्थों में सूत्रबद्ध हैं जिनका आचरण भारतीय ज्ञान परम्परा के निर्वहन से जागृत रह सकता है।

वहीं विशिष्ट अतिथि पूर्व कुलपति डॉ अरविंद कुमार पांडेय ने कहा कि स्वच्छता के आचरण को दैनिक जीवन का आचरण बनाना जरूरी है। उन्होंने व्यवहारिक पहलुओं की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए अपने घर से स्वच्छता को प्रारम्भ कर समाज व देश स्तर पर लाने को प्रेरित किया।

सारस्वत अतिथि संस्कृत विश्वविद्यालय के एनएसएस पदाधिकारी डॉ सुधीर झा ने भारत सरकार की जनउपयोगी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। अतिथि वक्ता वेदमीन आयुर्वेद प्रा0 लि0 के संस्थापक आयुर्वेदाचार्य रविन्द्र शर्मा ने कहा कि आयुर्वेदिक पद्धति को अपनाकर अच्छे स्वास्थ्य के साथ जिया जा सकता है। यहां भी स्वच्छता को लेकर वृहत व्यवस्था पहले से वर्णित है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ जितेंद्र कुमार ने कहा कि एनएसएस का फलक बहुत बड़ा है। इसके बुनियादी तत्वों परोपकार, मैत्री व सद्भाव को आचरण का अभिन्न अंग बनाकर इसे और व्यापक किया जा सकता है।

उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि कॉलेज के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने योजना से सम्बंधित विस्तृत रूपरेखा पर चर्चा की। शिविर 20 से 26 मई तके चलेगा। डॉ हेमवती नन्दन पनेरू, डॉ बालाजी शतपथी, डॉ अम्बुज त्रिवेदी, डॉ रामकेश्वर तिवारी समेत सभी शिक्षक , कर्मी व छात्र उपस्थित थे।