सीपीआई के जिला सम्मेलन में आम-आवाम् के हक-हकूक के लिऐ संघर्षों की बनेंगी रणनीति

दरभंगा-31 अगस्त। आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) जिला कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक जिला कार्यालय में प्रो० शबीर अहमद बेग की अध्यक्षता में हुई। जिसमें जिला मंत्री ने शाखा सम्मेलन व अंचल सम्मेलन की रिर्पोटिग करते हुए कहा कि जिला के अधिकाश शाखा का सम्मेलन संपूर्ण हो गया है। 2 सितम्बर को हनुमाननगर, 3-4 सितम्बर को जालें, 4 सितम्बर को केवटी और नगर, 5 सितम्बर को अलीनगर, 6 सितम्बर को बेनीपूर, 7 सितम्बर को बिरौल, 8 सितम्बर को सिहवारा आदि अंचलो का सम्मेलन होगा।

पार्टी पूरे जिला में व्यापक सदस्यता अभियान चलाकर पंचायत स्तर पर शाखा का गठन व अंचल स्तर पर सम्मेलन कर अंचल परिषद् का पूर्णगठन कर रही है। संगठन अपने संगठनिक ढांचे को मजबूत करके आम-आवाम् के हक-हकूक के लिऐ संघर्ष तेज करेंगी। 10 से 12 सितम्बर तक बहादुरपुर के उघरा में जिला सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया। जिसमें जिला के कोनों-कोने से प्रतिनिधि भाग लेंगे। जिला सम्मेलन में आने वाले दिनों में पार्टी के कार्यक्रम एवं आम-आवाम् के हकूक के लिए आन्दोलन की रूप-रेखा तय की जाऐगी।

बैठक में बिहार राज्य किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष व सीपीआई के राज्य परिषद् सदस्य कामरेड राम कुमार झा ने कहा कि सीपीआई संगठन पूरे लोकतांत्रिक तरीके से चलती है। पार्टी में एक सदस्य के रूप लोग जुड़ते है और शाखा मंत्री, अंचल मंत्री, जिलामंत्री, राज्यमंत्री और राष्ट्रीय महासचिव के रूप में संगठन का नेतृत्व करते है। बैठक और सम्मेलन में पार्टी आम-आवामो के बेहतरीन के लिए संघर्षों के रूप रेखा पर चर्चा करती है और आगामी कार्यक्रम तय करती है। सम्मेलन में जिला को सूखा प्रभावित जिला घोषित करने, बाढ़-सुखाड़ का स्थायी निदान, कर्ज माफी आदि पर गहन चर्चा की जाऐगी। बैठक में 1 सितम्बर को किसान अधिकार दिवस पर आयोजित जिला सामाहरणालय पर किसानो के द्वारा धरना को सफल बनाने का भी निर्णय लिया गया।

बैठक में जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर, योजना आयोग के पूर्व सदस्य और ख्याति प्राप्त कृषि अर्थशास्त्री अभिजीत सेन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।

बैठक में पार्टी के जिला सहायक सचिव सुधीर कुमार, जिला कार्यकारिणी के सदस्य राजीव कुमार चौधरी, हरेश कुमार सिंह, अहमद अली तमन्ने, विश्वनाथ मिश्र, ब्रजभूषण प्रसाद सिंह ‘भोला’, विद्या देवी, रामश्रृगार सिंह, रामचंद्र साह, आशुतोष मिश्र, शरद कुमार सिंह, चन्देश्वर सिंह, रामनरेश राय आदि उपस्थित थे।