दरभंगा। राजकीय महारानी रमेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान, मोहनपुर ,दरभंगा के प्राचार्य प्रो. दिनेश्वर प्रसाद के अनुसार उनसे कामेश्वर नगर में आयुर्वेदिक चिकित्सालय के बारे में पूरा पक्ष जाने बिना कुछ समाचार पत्रों एवं चैनलों में भ्रमित करने वाली समाचार को छापा एवं दिखाया गया है।
इस मामले पर खेद जताते हुए प्राचार्य ने कहा कि कामेश्वर नगर में पूर्व से ही संचालित आयुर्वेदिक अस्पताल के परिसर में अतिक्रमणकारियों के द्वारा अनेकों बार गाली- गलौज एवं हंगामा किया जाता रहा है। महाविद्यालय की मान्यता को लेकर 7 जून को आई केंद्रीय टीम के सामने भी गाली-गलौज किया गया। नागरिक मंच की ओर से नागरिक अधिकार सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि आयुर्वेदिक अस्पताल ही अतिक्रमण कर चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि समाचार पत्रों में केवल एक पक्ष को प्रमुखता देते हुए यह छापा गया कि आयुर्वेदिक अस्पताल एवं शोध संस्थान का राज परिसर में अपना मकान तक नहीं है, और न हीं यह जमीन आवंटित है। जबकि इस तरह के वैमनस्यता उत्पन्न करने वाले भ्रामक समाचार को छापने से पूर्व महाविद्यालय द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज का अवलोकन अवश्य कर लेना चाहिए था। मामले में दोनों पक्ष की बातों को प्रत्यक्षीकरण के बाद ही समाचार पत्रों में छापना चाहिए। अब नगर पालिका द्वारा नाले की सफाई हेतु जेसीबी के द्वारा किए जा रहे सफाई को यह कहा जाना कि बुलडोजर चलाकर मकान को तोड़ा जा रहा है। यह खेद पूर्ण है।
प्राचार्य ने कहा इस महाविद्यालय में 16 अगस्त 2021 से प्राचार्य पद पर मेरी नियुक्ति के पूर्व से ही अतिक्रमण का मामला कोर्ट ( माननीय उच्च न्यायालय) से संपादित हो गया है। आयुर्वेदिक अस्पताल में रोगी की सेवा भावना से हम सभी कार्य कर रहे हैं। सभी कर्मचारी भय का वातावरण होने से कार्य करने को मना कर रहे हैं। यदि उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई तो 12 जुलाई से सांकेतिक धरना कर कर सकते हैं।