दरभंगा। जिलाधिकारी द्वारा सुरक्षा मुहैया उपलब्ध कराये जाने के कारण आयुर्वेदिक चिकित्सालय में रोगियों की संख्या में अतिशय वृद्धि। ज्ञातव्य है कि दरभंगा स्थित राजकीय कामेश्वर सिंह आयुर्वेदिक चिकित्सालय, कामेश्वर नगर, दरभंगा में अतिक्रमणकारियों द्वारा लम्बे समय से समय-समय पर लगातार हंगामा किया जा रहा है, फलस्वरूप विवाद एवं भय के कारण बहुत सारे रोगी चाहकर भी इस परिसर में आने से कतराते थे, अगर आते भी थे, तो जल्द से जल्द भागने की कोशीश करते थे। चिकित्सक एवं कर्मचारी भी बरावर भयभित रहते थे, इसको लेकर चिकित्सक कर्मचारी के साथ रोगी भी सुरक्षा की मांग करते रहते थे।

खतरे एवं स्थितियों को देखते हुये माननीय सांसद श्री गोपाल जी ठाकुर भी इस मुदे को दिशा के बैठक में उठाये थे एवं जिलाधिकारी महोदय से उन्होंने इसके लिए पुरजौर पैरवी किया था। नगर के माननीय विधायक श्री संजय सरावगी एवं जिला के अन्य सांसद एवं विधायक भी इसकी वकालत की थी, हलाकि जिलाधिकारी महोदय ने बैठक में ही घोषना कर दी थी कि मैंने राजकीय कामेश्वर सिंह आयुर्वेदिक चिकित्सालय, कामेश्वर नगर, दरभंगा के सुरक्षा हेतु BMP के 4+1 की सुरक्षा बल एक सप्ताह के लिए मुहैया कराने हेतु वरीय पुलिस अधीक्षक, दरभंगा को आदेश निर्गत कर दिया हूॅ। इसी आदेश के क्रम में चिकित्सालय परिसर में दिनांक -14.07.2022 से ही सुरक्षा बल तैनात है और सुरक्षा बल के तैनाती होते ही परिसर में अमन चैन की बहाली हो गई है।

इससे सबसे बडी उपलब्धी रोगियों को हुई है। रोगियों की संख्या में 20-25 प्रतिशत की बढोतरी हुई है। अंतरंग विभाग में रोगी डर के कारण रहना नही चाहते थे, कर्मचारी एवं चिकित्सक भी भय के कारण डयुटी नहीं करना चाह रहे थे , जो चौबीसों धण्टे सेवा दे रहे है।

इससे सफाई एवं शांति भी है, दोपहर OPD बंद होते ही चिकित्सालय परिसर के बगल में वहां एवं आसपास के रहने वाले असमाजिक तत्व नाले के किनारे बडी संख्या में शौच करने आते थे एवं जहां तहां शौच एवं पेशाव कर मल मूत्र गंदगी फैलाते रहते थे उसमें भी बडी सफलता मिल रही है। सुरक्षा बल के कारण लोग हल्ला गुल्ला नारेवाजी इत्यादि आये दिन बंद है।

इसी क्रम में प्राचार्य-सह-अधीक्षक महोदय ने जिलाधिकारी सहित विभाग एवं जिला प्रशासन के लोगों को धन्यवाद देते हुये इसे स्थायी रूप से मुहैया कराने के लिए आग्रह किया है, वे इसके लिए आयुक्त/दरभंगा प्रमंडल के साथ-साथ जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक से भी लिखित रूप में आवेदन किया है।

सम्भवतः अतिक्रमणकारियों को अंचलाधिकारी सदर दरभंगा द्वारा भी अवैध रूप से रह रहे लोगों से मकान/भवन खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है, जिससे संस्थान एवं चिकित्सालय के विकाश की सम्भावना बढ गयी है। BMSICL पटना के द्वारा संस्थान के पुराने भवनों के जिर्णोधार के काम को भी चालु कराया गया है। भवन की रंगाई पोताई एवं मरम्मति का कार्य जोडो पर है। जिससे इस सत्र यानि 2022-23 से संस्थान में BAMS पाठ्यक्रम में नामांकन की सम्भावना प्रवल हो गई है।