15 जून को हजारों की संख्या में छात्र पहुंचेंगे सत्र नियमित करने को लेकर विश्वविद्यालय।

रोजाना सैकड़ों छात्रों के साथ की जा रही है बैठक।

दरभंगा। मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा प्रस्तावित 15 जून एलएनएमयू चलो आंदोलन के लिए लगातार छात्रों के बीच जनसंपर्क अभियान चलाने का दौर जारी है। मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया की बुधवार को भाठियारी सराय,दिग्गी पश्चिम की तरफ से कोचिंग संस्थानो में जनसंपर्क अभियान चलाया गया।

साथ ही छात्रों को 15 जून को होने वाले आंदोलन के लिए जागरूक किया जा रहा है। विश्वविद्यालय का सत्र अनियमित हो चूका है, छात्रों के परीक्षा और रिजल्ट का कोई अता पता नहीं है। 3 सालों की डिग्री 5 साल में मिलने जा रही है।हम इसी का विरोध करने आये हैं।

जैसे पहले हमलोगो ने सत्र नियमित कर मिथिला विश्वविद्यालय को बिहार का नंबर वन विश्वविद्यालय बनाने का काम किया था उसी तरह से एक बार फिर से हमलोगो ने बड़े छात्र आंदोलन का तैयारी शुरू कर दिया है। 15 जून को दरभंगा मधुबनी,समस्तीपुर,बेगूसराय,सहरसा,पूर्णिया के जिलों से छात्र इस आंदोलन में शामिल होने के लिए आ रहे है। जिसके लिए रोजाना सेकरों छात्रों के साथ बैठक भी की जा रही हैं। कोचिंग,कॉलेज तथा डिपार्टमेंट में जा जाकर छात्रों को इस आंदोलन से जोड़ने का काम किया जा रहा है।

कोचिंग संस्थानो से आर्थिक सहयोग भी लिया जा रहा है और 15 जून को कोचिंग बंद कर आंदोलन के लिए समर्थन भी माँगा जा रहा है। कई कोचिंग संस्थान इसमें आगे आने का काम भी कर रहे हैं। जिसके लिए लगातार कैंपेन किया जा रहा हैं।

संगठन के पूर्व राष्ट्रीय सोशल मीडिया प्रभारी उदय नारायण झा व पूर्व दरभंगा जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार झा ने कहा कि अब मिथिला क्षेत्र में बड़े छात्र आंदोलन की जरुरत हो गयी हैं। कॉलेज डिपार्टमेंट सिर्फ आज डिग्री बांटने का केंद्र बनकर रह गये हैं। साथ ही आज की तारीख में यहाँ डिग्री भी समय पर नहीं दिया जा रहा है। 2 साल से छात्र संघ का चुनाव भी बंद है। एकेडमिक कैलेंडर का पालन नहीं किया जाता हैं। डिस्टेंस और लॉ में पढ़ाई बंद कर दिया गया है। कॉलेज डिपार्टमेंट में प्रोफेसर की कमी हैं। छात्रों को लाइब्रेरी, लेबोरेटरी की सुविधा उपलब्ध नहीं हैं। छात्रों को मजबूरन प्राइवेट कोचिंग का सहारा लेना पड़ता है। छात्र जैसे तैसे पढ़ाई पूरा कर परीक्षा में शामिल होते हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी तानाशाही भ्रष्टाचार के कारण छात्रों के रिजल्ट घोषित नहीं करता है।

संगठन के जिला प्रवक्ता नीरज भारद्वाज व विवि कोषाध्यक्ष नारायण मिश्रा ने कहा 15 जून को हजारों की संख्या में छात्र आंदोलन में शामिल होकर अपना अधिकार लेने का काम करेंगे। हमारे इस आंदोलन से सैकड़ों से प्राइवेट कोचिंग संस्थानों को जोड़ा गया है। जिनसे आंदोलन में छात्रों की संख्या और आर्थिक सहयोग पर काम किया जा रहा है। हमारे आंदोलन के बाद से मिथिला विश्वविद्यालय में डिग्री समय पर मिलने लगा था। लेकिन एक बार फिर से सत्र अनियमित हो चूका हैं, परीक्षा के 10 महीना बीत जाने के बाबजूद रिजल्ट घोषित नहीं किया जा रहा है। नामांकन काफी लेट चल रहा हैं, जिसके विरोध में एक बार फिर से एमएसयू ने बड़े आंदोलन की तरफ अपना रुख मोड़ लिया हैं। 15 जून को विशाल छात्र आंदोलन कर सत्र नियमित करने का काम किया जाएगा। इस मुहीम में शामिल संगठन के विश्वविद्यालय सीनियर सोशल मीडिया प्रभारी विकाश मैथिल व कांशयकर अमित कुमार व धीरू मिश्रा ने कहा अभी 15 दिनों का समय हमलोगो के पास बचा हैं। इसमें ज्यादा से ज्यादा छात्रों का मूवमेंट इस आंदोलन में हो इसके लिए लगातार तैयारी किया जा रहा है। गांव गांव से छात्र इस आंदोलन में शामिल होने का काम करेंगे। छात्रों को छात्र राजनीति का मतलब समझाया जा रहा है।

छात्रों से कहा जाता हैं की इस क्षेत्र के राजनीति में पढ़े-लिखे नौजवान की जरूरत है। छात्र संघ चुनाव होगा तो कई नेता कॉलेज से निकलर अपने गांव मोहल्लों के विकाश के लिए संघर्ष करने का काम भी करेंगे। मिथिला स्टूडेंट यूनियन के साथ जुड़ पढ़े लिखें नौजवान भी राजनितिक में आने का सपना देख सकते हैं। जिसकी तैयारी जोड़ो पर किया जा रहा हैं।