दरभंगा मेडिकल कॉलेज के विभागों को अन्य भवन किया जायेगा स्थानांन्तरित
दरभंगा. 04 मई: दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सभागार में जिलाधिकारी राजीव रौशन की अध्यक्षता में एम्स को दी गयी जमीन को खाली करवाने को लेकर प्राचार्य डीएमसीएच व संबंधित विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की गयी। बैठक में डीएमसीएच के द्वारा एम्स को दी गयी जमीन पर बने स्ट्रक्चर (संरचना) को खाली कराने की स्थिति का जानकारी ली गयी। उन्होंने सबसे पहले दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को अपनी संरचना को खाली कराकर दी गयी भूमि एम्स को सौपने का निर्देश दिया तथा खाली कराए जाने वाली संरचना में संचालित फिजियोलॉजी, एनाटोमी व बायोकेमिस्ट्री विभागों के लिए बीएमएसआईसीएल को अन्यंत्र भवन निर्माण करवा कर डीएमसीएच को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया ताकि संबंधित विभाग संचालित रहे.
15 जून तक का दिया समय
बैठक के दौरान डीएम ने संबंधित लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन, बिजली विभाग, याँत्रिक विभाग सहित सभी विभागों को अपनी संचना को अन्यंत्र शिफ्ट करने एवं एम्स की जमीन पर अवस्थित संरचना को 15 जून तक खाली करवाकर उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। वहीं गंदी बस्ती योजना एवं मलीन बस्ती के लोगों के लिए अन्यंत्र भूमि चिन्ह्ति कर उपलब्ध कराने का निर्देश अंचलाधिकारी सदर को दिया गया। उन्होंने सभी संबंधित को हरहाल में 15 जून तक एम्स की जमीन को खाली कराकर मिट्टी भराई कार्य के लिए उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बैठक के उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा उप विकास आयुक्त व वरीय पदाधिकारियों के साथ रेलवे लाईन के उस पर एम्स की जमीन में मिट्टी भराई कार्य का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त तनय सुल्तानिया, अधीक्षक डॉ एचएस मिश्रा, अपर समाहर्त्ता (राजस्व) विभूति रंजन चौधरी, अपर समाहर्त्ता (विभागीय जाँच)- सह- नगर आयुक्त अखिलेश प्रसाद सिंह, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर स्पर्श गुप्ता, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, सदर मो. सादूल हसन एवं सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।
प्रोजेक्ट मैनेजर ने विभागों के शिफ्टिंग को ले प्रस्तावित स्थल का किया निरीक्षण
एम्स प्रस्तावित स्थल पर मेडिकल कॉलेज के तीन विभागों के शिफ्टिंग को लेकर कवायद तेज हो चुकी है. बीते मंगलवार को बीएमएसआईसीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर निखिल गायकवाड के नेतृत्व में टीम ने डीएमसीएच परिसर का मुआयना किया. अधिकारियों ने एनाटॉमी, फिजियोलॉजी व बायोकेमिस्ट्री विभागों के स्थानांतरण को लेकर ऑडिटोरियम के पीछे पुराने परीक्षा भवन प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया. पुराने परीक्षा भवन में सुपर स्पेशलिस्ट उपकरण को दूसरी जगह शिफ्ट करने का निर्देश दिया, ताकि काम शुरू किया जा सके. मौके पर कॉलेज प्रशासन ने एम्स प्रस्तावित स्थल पर विभागों के पठन- पाठन में हो रहे समस्या से अवगत कराते हुए निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की. मालूम हो कि कॉलेज प्रशासन की ओर से 2020 में ही संबंधित विभागों के शिफ्टिंग को लेकर बीएमएसआईसीएल को सूचित किया गया था. बता दें कि कर्पूरी चौक से पूरब की जमीन एम्स निर्माण के लिए दिया जा चुका है. इस कारण वहां पर बने इन विभागों को शिफ्ट किया जाना है.