ठप हुई सरकारी एंबुलेंस सेवा, बढ़ी मरीजों की परेशानी।

दरभंगा। वेतन की विसंगतियों को लेकर जिले के सभी एंबुलेंस चालक और उस तैनात टेक्निशियन अनिश्चित कालीन हड़ताल पर उतर गए है।आउटसोर्सिंग एजेंसी के अधीन एंबुलेंस पर कार्यरत कर्मियों ने अपने पीएफ में धांधली, ससमय वेतन नहीं मिलने सहित कई अन्य परेशानियों को लेकर यह कदम उठाया है।बता दे कि दरभंगा जिले में करीब चालीस एंबुलेंसों का संचालन जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा किया जाता है।

शुक्रवार को सुबह 10 बजे ही जिले के सभी पीएचसी,रेफरल अस्पताल और डीएमसीएच में चल रही एंबुलेंस सेवा ठप हो गई।सभी चालकों ने एंबुलेंस को सिविल सर्जन कार्यालय के बगल में स्थित एआरटी सेन्टर के कैंपस में खड़ा कर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए।बताया जाता है कि हड़ताल में जिले के करीब 75 एंबुलेंस चालक और इतनी ही तादाद में टेक्निशियन शामिल है।

एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष विमलेश कुमार,सचिव भोगेंद्र मिश्रा और कोषाध्यक्ष रामअशीष महतो ने पटना की आउटसोर्सिंग एजेंसी पीडीपीएल एण्ड सम्मान फाउंडेशन पर कर्मियों के शोषण का आरोप लगाया और बताया कि एंबुलेंस कर्मियों ने जिलाधिकारी सह जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष राजीव रौशन को भी हड़ताल पर जाने की सूचना आवेदन के माध्यम से दी है।आवेदन में बताया गया है कि जिले के 102 एम्बुलेंस कर्मियों ( ईएमटी व चालक ) के साथ आउटसोर्सिंग एजेंसी पीडीपीएल एण्ड सम्मान फॉण्डेशन,पटना का रवैया मनमानीपूर्ण है।

यह एजेंसी वर्ष 2017 से ही जिले में एंबुलेंस का संचालन सही तरीके से नहीं कर रही है।डीजल की कमी के कारण
दिन भर एंबुलेंस स्टाफ पेट्रोल पंप पर बैठे रहते है और मरीज को सेवा नहीं दे पाते हैं। जिसके चलते मरीज के परिजनों, प्रभारी व मैनेजर का कोपभाजन बनना पड़ रहा है।कर्मियों ने आवेदन में यह भी आरोप लगाया है कि एंबुलेंस वाहन का इंश्योरेन्स,कर्मियों का इंश्योरेन्स,वाहन फिटनेस,वाहन का मरम्मती कार्य आदि में भी गड़बड़ी है।साथ ही एजेंसी ने सभी कर्मियों को तीन माह से वेतन एवं 18 माह का ईपीएफ भी नहीं दिया है।

एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि इस मामले के संबंध में कई बार जिला स्वास्थ्य समिति में वार्ता करने पर बताया गया है कि हर माह के बिल भुगतान करने से पहले संस्था द्वारा ईपीएफ का चालान जमा लिया जाता है। इस स्थिति में बैंक खाते में यह राशि क्यों नहीं आ रही हैं? यह सवाल उठाते हुए कर्मियों ने ईपीएफ घोटाले की आशंका जताई है और दिल्ली की पिछली आउटसोर्सिंग एजेंसी का भी हवाला दिया है।जिसके तहत जिलाधिकारी को बताया गया है कि पूर्व की कम्पनी डॉ जैन विडियो एंड व्हील्स प्राइवेट लिमिटेड,नई दिल्ली सभी कर्मियों के छह माह का वेतन एवं 2 वर्ष की ईपीएफ राशि लेकर फरार हो चुकी है।इसकी भी आजतक भरपाई न तो कंपनी के द्वारा की गई है और न ही जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा। वर्तमान एजेंसी के द्वारा भी ऐसी ही कारगुजारी करने की आशंका एंबुलेंस कर्मियों को सता रही हैं। जिसके कारण सभी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ चुके हैं।इस स्थिति से गरीब मरीजों की परेशानी बढ़ गई है तो प्राइवेट एंबुलेंस चाँदी काटते दिखे।

बात करने पर सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार ने बताया कि सभी पीएचसी और अस्पतालों प्रभारियों को वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।मरीजों को कोई भी परेशानी ना हो इसका पुख्ता इंतजाम किया गया है।