#MNN@24X7 बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ पटना के आवाहन के आलोक में 16सूत्री मांगों के पूर्ति हेतु दूसरे दिन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ दरभंगा के द्वारा कार्यक्रम किया गया, दिनांक 14-11-2022 को राजभवन मार्च किया जाएगा। दिनांक 15-10-2022 को काला बिल्ला लगाकर विरोध किया गया था।
आज के कार्यक्रम का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष शंकर यादव विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शंकर प्रसाद सिंह उपाध्याय अशोक कुमार अरविंद, भोला पासवान , सचिव मनोज कुमार राम, उपसचिव सुरेन्द्र प्रसाद, संगठन मंत्री रामसेवक भारती, कोषाध्यक्ष अमृत नाथ झा, कार्यकारिणी सदस्य रामचंद्र प्रसाद सिंह, रायबहादुर भगत, प्रेम चन्द्र प्रसाद, सुधांशु शेखर झा,डा 0मंजू राउत सुनील कुमार चौधरी,शिव नारायण राय, विरेन्द्र प्रसाद, प्रदीप कुमार पप्पू,मेखबहखदूर गुरूंग माधव झा,आदि भाग लिया ।
इनकी मांगे निम्नलिखित हैं—
1–विश्वविद्यालय कर्मियों को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के बाद संख्या 516/2013 में पारित न्यायदेश के आलोक में सचिवालय कर्मियों की भांति सुविधा प्रदान की जाए।
2– पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए।
3– राज्यपाल सचिवालय के द्वारा निर्गत अधिसूचना 429-र0स0 (1) दिनांक 04-03-2014 में में पारित तिथि से लागू किया जाए।
4– क्रिसमस अवकाश में की गई कटौती पुनः बहाल की जाए।
5– सीनेट में कर्मचारियों की प्रतिनिधि की संख्या 1 से बढ़ाकर पांच कर तथा सिंडिकेट में एक कर्मचारी प्रतिनिधि को प्रतिनिधित्व दिया जाए।
6– वेतन सत्यापन कोषांग को समाप्त किया जाए।
7– शिक्षकेतर पदाधिकारियों के पद पर शिक्षकेतर कर्मचारियों को पदोन्नति/प्रभार दिया जाए।
8– राज्य सरकार के द्वारा गठित समितियों में महासंघ के सदस्य को नामित किया जाए।
9- विश्वविद्यालयों में कर्मचारियों से संबंधित समितियों में वहां के संघ के प्रतिनिधि को नामित किया जाए।
10– रिक्त पद की तिथि से प्रशाखा पदाधिकारी एवं चतुर्थ श्रेणी सहित रिक्त पदों पर पदोन्नति दी जाए।
11- बचे हुए विश्वविद्यालयों में सातवां वेतनमान के बकाया राशि का भुगतान किया जाए।
12– शिक्षकों की भांति शिक्षकेतर कर्मियों को भी सेवानिवृत्त की उम्र 65 वर्ष किया जाए।
13- मौलाना मजहरूल हक अभी फांसी विश्वविद्यालय पटना एवं भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा में नियुक्ति बल के हिसाब से वेतन का भुगतान हेतु राशि आवंटित किया जाए।
14- चतुर्थ वेतनमान से लेकर छठे वेतनमान तक में व्याप्त तृतीय वर्ग एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के वेतनमान में व्याप्त वेतन विसंगति का निराकरण जल्द कराया जाए।
15– विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को बिना कारण पदाधिकारियों द्वारा प्रताड़ित करने पर अंकुश लगाया जाए।
16– दैनिक वेतन भोगी, संविदा एवं आउट सोर्स कर्मियों को आस्था किया जाएं