विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग के सभागार में होंगे अपराह्न 1:00 से 2:00 के बीच उद्घाटन सत्र एवं 2:00 से 3:30 के बीच प्रशिक्षण सत्र।
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के तत्त्वावधान में “10 दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर” का कल 8 सितंबर, 2022 को अपराह्न 1:00 बजे उद्घाटन होगा, जबकि 2:00 से 3:30 बजे के बीच प्रशिक्षण सत्र संचालित होंगे।
संस्कृत विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो की अध्यक्षता में आयोजित शिविर का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो मुश्ताक अहमद करेंगे, जबकि संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर वेद विभागाध्यक्ष डा विनय कुमार मिश्र- मुख्य अतिथि तथा लोक भाषा प्रचार समिति, बिहार के अध्यक्ष डा जयशंकर झा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित होंगे। वहीं विशिष्ट वक्ता के रूप में मारवाड़ी महाविद्यालय, दरभंगा के संस्कृत विभागाध्यक्ष डा विकास सिंह तथा प्रशिक्षक के रूप में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा नियुक्त अनौपचारिक संस्कृत- शिक्षक अमित कुमार झा प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देंगे।
संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर व्याकरण विभाग की सहायक प्राध्यापिका डा साधना शर्मा के संचालन में आयोजित उद्घाटन सत्र में स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो जीवानंद झा विषय प्रवेश तथा विभागीय सह प्राध्यापक डा आर एन चौरसिया अतिथि स्वागत करेंगे, जबकि शिविर की संयोजिका डा ममता स्नेही धन्यवाद ज्ञापन करेंगे।
शिविर के समुचित संचालन के उद्देश्य आज विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो की अध्यक्षता में विभागीय शिक्षकों को शोधार्थियों की बैठक हुई, पूर्व अध्यक्ष प्रो जीवानन्द झा, विभागीय शिक्षक डा आर एन चौरसिया, शिक्षिका डा ममता स्नेही, मारवाड़ी महाविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्ष विकास सिंह, सोनाली मंडल, कैलाशचन्द्र झा, मंजू अकेला, उदय कुमार उदय तथा योगेन्द्र पासवान आदि उपस्थित थे।
विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो ने बताया कि प्रतिदिन 2:00 से 3:30 के बीच उक्त शिविर का संचालन होगा, ताकि कोई भी शिक्षक, शोधार्थी व विद्यार्थी ऑफलाइन माध्यम से शिविर में भाग ले सकेंगे। वहीं दूरस्थ व्यक्तियों एवं घरेलू महिलाओं के साथ ही विभाग तक न आ सकने वाले सामान्य व्यक्तियों के लिए संध्या 7:00 से 8:00 के बीच ऑनलाइन माध्यम से शिविर का संचालन होगा। उन्होंने विशेष रुप से छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे इस शिविर का अधिक से अधिक लाभ उठा उठाएं।
शिविर की संयोजिका डा ममता स्नेही ने बताया कि शिविर में अब तक 80 से अधिक प्रतिभागियों का पंजीयन हो चुका है, जबकि शिविर के दौरान ऑनलाइन पंजीयन भी किया जाएगा।
शिविर के प्रशिक्षक अमित कुमार झा ने बताया कि प्रतिभागियों को मौखिक, लिखित, प्रश्नोत्तरी, वार्तालाप गीत, चित्र, संकेत और अभिनय आदि माध्यमों से सरल संस्कृत भाषा सिखाई जाएगी, ताकि वे आसानी से संस्कृत बोल सकें।