शिक्षा और ज्ञान से हीं चुनौतियों का सामना कर सकते हैं- कुलसचिव।

स्नातकोत्तर हिंदी विभाग,पूर्णिया विश्वविद्यालय,पूर्णिया के चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र छात्राओं का विदाई सह सम्मान समारोह द्वितीय वर्ष के छात्रों द्वारा मंगलवार को पूर्णिया कॉलेज परिसर में आयोजित किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में दोंनो सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पीजी हिंदी विभाग पूर्णिया विश्वविद्यालय, पूर्णिया के विभागाध्यक्ष डॉ घनश्याम यादव ने की जबकि मंच का संचालन द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा नीतू कुमारी ने की।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्णिया विश्वविद्यालय के ऊर्जावान कुलसचिव डॉ घनश्याम राय उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्णिया कॉलेज पूर्णिया के विकास पुरुष प्राचार्य डॉक्टर मोहम्मद कमाल एवं अंग्रेजी के विद्वान डॉ जे पी वी कर्तन उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरुआत कुलसचिव डॉ घनश्याम राय, पूर्णिया कॉलेज, पूर्णिया के प्राचार्य डॉक्टर मोहम्मद कमाल हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ घनश्याम यादव, जेपीवी कर्तन, डॉक्टर कमलेश्वर पंकज, डॉ मनोज पाराशर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। जबकि स्वागत गान आरजू कुमारी गुड्डी कुमारी पूजा रानी एवं रवीना कुमारी ने गाया।

समारोह को संबोधित करते हुए पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया के कुलसचिव डॉ घनश्याम राय ने कहा कि आज महिला सशक्त हुई है जिसका उदाहरण समारोह में बड़ी संख्या में छात्राओं की उपस्थिति है।। साथ ही उन्होंने यह भी कहा की नारी शिक्षा के बिना समाज और राष्ट्र का विकास संभव नहीं है। उन्होंने कहा कियहां प्राप्त ज्ञान की सहायता से भविष्य में आने वाली चुनौतियों से सफलतापूर्वक सामना कर सकेंगे। जीवन के हर क्षेत्र में तेजी से बदलाव हो रहा है, हमें इन बदलाव के अनुसार खुद को भी बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब अंबेडकर ने संविधान में महिलाओं को अधिकार दिलाया।

जबकि पूर्णिया कॉलेज के प्राचार्य डॉ मोहम्मद कमाल ने अपने सारगर्भित संबोधन में कहा कि छात्रों आज के बाद आपको जीवन में बड़ी चुनौती आएगी और उस चुनौती का सामना करते हुए आपको आगे बढ़ना है सफलता अवश्य मिलेगी। अंग्रेजी के प्राध्यापक डॉ वी कर्तन ने कहा शिक्षा ही व्यक्ति को एक संपूर्ण नागरिक बनाती है। जबकि मनोज पराशर ने कहा की हौसला और जज्बा रखो जीवन में सफलता कदम चूमेगी। डॉ कामेश्वर पंकज ने छात्रों को प्रतिभावान बनने की सलाह दी। जबकि हिंदी के विभागाध्यक्ष डॉ घनश्याम यादव ने कहा कि आज आपके जीवन का एक अध्याय समाप्त हो गया है। अगला अध्याय चुनौती से भरा होगा इसके लिए संघर्ष और कर्मवीर बनना होगा। समारोह को उर्दू के डॉक्टर मुजाहिद ने भी संबोधित किया। डॉ वंदना कुमारी ने हिंदी के महत्व की चर्चा करते हुए छात्र-छात्राओं के मंगल एवं सुखमय जीवन की कामना की।

आकृति कुमारी, प्रांजल कुमारी, आस्था कुमारी, लवली कुमारी, प्रीति कुमारी,मीनाक्षी कुमारी, लाली कुमारी,सौरभ कुमार,केशव कुमार, प्रणव कुमार,नीतू कुमारी ने भी अपने उद्गार व्यक्त किए।

छात्राओं को कुलसचिव डॉ घनश्याम राय, विभागाध्यक्ष डॉ घनश्याम यादव, पूर्णिया कॉलेज के प्राचार्य डॉ मोहम्मद कमाल द्वारा मेमेटो एवं डॉ मनोज प्रसाद की पुस्तक ‘हिंदी आलोचना की विकास यात्रा, देकर सम्मानित किया गया।
समारोह में मानविकी संकाय अध्यक्ष डॉ बीएन झा डॉ, सादिक हुसैन, उर्दू विभागाध्यक्ष डॉक्टर श्वेता कुमारी, डॉ अश्वनी कुमार झा विभागाध्यक्ष गणित, डॉक्टर अनिल कुमार झा विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र,डॉ विनोदानंद ठाकुर विभागाध्यक्ष फिलॉसफी, डॉ सुरेश मंडल डॉ अनामिका सिंह आदि उपस्थित थे।

समारोह को सफल बनाने में द्वितीय सत्र के छात्र केशव आनंद, अमित आनंद, प्रणव कुमार, अखिलेश कुमार, सौरभ कुमार, नीतू कुमारी, आस्था कुमारी एवं पूर्णिया कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर मोहम्मद कमाल की सराहनीय भूमिका रही।