चित्रकूट। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के लोक निर्माण विभाग में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है।यहां कार्यरत बड़े भाई की जगह छोटे भाई ने फर्जी कागजात बनवाकर पांच साल से अधिक समय तक नौकरी की।इस दौरान बड़े भाई की मौत हो गई,लेकिन छोटे भाई ने उसकी जगह सालों नौकरी की और रिटायरमेंट के बाद पेंशन भी ले रहा है। इस मामले की जानकारी होने के बाद मृतक की पत्नी और बहू ने उच्चाधिकारियों से शिकायत कर जांच कराने की मांग की है।लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर मामले में पूरी रिपोर्ट मांगी है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला जिले के राजापुर तहसील क्षेत्र के हरदौली भाऊ का पुरवा का है,यहां की रहने वाली कंचनिया देवी के पति कुटुरुवा पीडब्लूडी में बेलदार पद पर तैनात थे।एक बार कुटुरुवा को डयूटी के दौरान पैर में चोट लगी तो एक महीने तक काम पर नहीं जा पाए।इसी दौरान कंचनिया का देवर दुसरूवा ने आधार कार्ड और बैंक में कुटुरूवा की फोटो बदलकर अपनी फोटो लगवाई और विभागीय सांठगांठ से कुटुरुवा की जगह ही नौकरी करने लगा।कुटुरुवा की मौत होने के बाद भी दुसरुवा नौकरी करता रहा और रिटायरमेंट के बाद अब पेंशन भी ले रहा है।इस मामले का खुलासा उस समय हुआ जब घर में पारिवारिक बंटवारा हुआ तो दुसरुवा के नाम के आगे कुटुरूवा देख पैरों तले जमीन खिसक गई।इसके बाद जानकारी की गई तो पूरा मामला सामने आ गया कि किस तरह फर्जीवाड़ा किया गया।
जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम हुई गठित।
कुटुरुवा की पत्नी कंचनिया देवी ने गांव के सचिव और पंचायत मित्र पर भी कागजात में गड़बड़ी कराने का आरोप लगाया हैं।कंचनिया ने मामले की शिकायत पहाड़ी थाना और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कर जांच कराने की मांग की है।लोक निर्माण विभाग के पूर्व अधिशासी अभियंता अरविंद कुमार ने जांच के लिए एई वीरेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई है। जांच टीम में एई कृष्णस्वरूप और वरिष्ठ सहायक सूर्यकांत सोनी शामिल हैं। एई वीरेंद्र प्रताप ने बताया कि पहाड़ी ब्लाक से सभी कागजात मांगे गए हैं।विभागीय कागजात की भी जांच कराई जा रही है।
(सौ स्वराज सवेरा)