#MNN@24X7 राजकीय महारानी रमेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान, मोहनपुर,दरभंगा के प्राचार्य प्रो. दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि इस सत्र से कालेज में शैक्षणिक कार्य प्रारंभ करने को लेकर मान्यता प्राप्त करने हेतु भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग के द्वारा ए. लो.पी. स्वीकृति हेतु अंतिम रूप से 10 अक्टूबर को सुनवाई की गई ,जो देर रात्रि 8:00 बजे तक चली।

आयोग के द्वारा अनेक बिंदुओं पर सुनवाई हुई, जिसका प्रतिउत्तर प्राचार्य प्रो. दिनेश्वर प्रसाद,डॉ विजेंद्र कुमार एवं डॉ दिनेश कुमार के द्वारा सभी बिंदुओं पर संतुष्ट करने की कोशिश कि गई। पुस्तकालय, शरीर क्रिया विभाग, शरीर रचना विभाग, व्याख्यान कक्ष, बहिरंग विभाग, अंतरंग विभाग के बारे में आयोग के द्वारा पूछा गया। आयोग सभी बिंदुओं पर संतुष्ट नजर आया परंतु अंतरंग विभाग के मुद्दे पर सहमत नहीं दिखा।

ज्ञातव्य है कि अंतरंग हॉस्पिटल को असामाजिक तत्वों द्वारा पिछले 7 जून को आयोग के निरीक्षण के क्रम में ही तालाबंदी कर दी गई थी। जिसके लिए स्थानीय नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई एवं संबंधित सभी पदाधिकारियों से लगातार संपर्क किया जाता रहा है। पर आज तक ताला नहीं खुलवाया गया है, जिसका खामियाजा संस्थान को भुगतना पड़ सकता है। ताला बंद करने वालों में असामाजिक कार्यकर्ताओं का हाथ है।

अंतरंग विभाग के अभाव में अगर संस्थान को इस सत्र के लिए मान्यता नहीं प्राप्त होती है, तो यह खेद का विषय होगा। इससे संस्थान में कार्यरत सभी चिकित्सक गण एवं कर्मचारी के उत्साह में कमी के कारण कार्यक्षमता प्रभावित होगी। जो कुछ कमी रह गई है,उसको पूरा करने के लिए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग एवं प्रमंडलीय आयुक्त, दरभंगा के साथ-साथ जिलाधिकारी, दरभंगा को पत्र प्रेषित कर शीघ्रता से शीघ्र पूरा कराने हेतु अनुरोध किया गया है।