#MNN@24X7 गया। बिहार के गया में बिहार पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा (मद्य निषेध) में एक बार फिर 40 मुन्ना भाइयों की गिरफ्तारी हुई है. ये विभिन्न तरीकों से साइबर डिवाइस की मदद से परीक्षा देते दबोचे गए. यह ब्लूटूथ डिवाइस की मदद से परीक्षा दे रहे थे. खास बात यह है कि कई के कानों में एकदम से छोटा ब्लूटूथ डिवाइस फंंस भी गया था, जिसे डॉक्टरों की मदद से निकाला गया.
एकमुश्त 40 परीक्षार्थियों की गिरफ्तारी!
जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़े के अनुसार एकमुश्त 40 परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं काफी संख्या में ब्लूटूथ डिवाइस भी बरामद किए गए हैं. गया कॉलेज गया से 9 परीक्षार्थी गिरफ्तार किए गए. वहीं जगजीवन कॉलेज से 5, अनुग्रह कॉलेज से 11, टी मॉडल इंटर विद्यालय से एक, हरिदास सेमिनरी से एक, प्लस टू उच्च विद्यालय चंदौती से 12, अनुग्रह कन्या स्टेशन रोड से एक परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया गया. यह सभी ब्लूटूथ डिवाइस की मदद से परीक्षा दे रहे थे. कुल 5994 परीक्षार्थी थे, जिसमें से 4876 उपस्थित हुए. 1118 अनुपस्थित पाए गए. 40 परीक्षार्थियों को परीक्षा में डिवाइस की मदद लेने के आरोप में निष्कासित करते हुए गिरफ्तार किया गया.
ब्लूटूथ डिवाइस कनेक्ट कर दे रहे थे परीक्षा!
ब्लूटूथ डिवाइस को कनेक्ट कर एक ऑपरेटर के माध्यम से इस तरह का हथकंडा परीक्षार्थी द्वारा किया जा रहा था. कान में लगाकर एक ओर से पहले से तय व्यक्ति द्वारा बोला जाता और उसे सुन-सुनकर परीक्षार्थी द्वारा लिखा जा रहा था. कानूनी प्रक्रिया के तहत सभी को जेल भेजा जाएगा. वहीे इसके रैकेट के सरगना तक पहुंचने की कार्रवाई पुलिस द्वारा की जा रही है.
सिपाही भर्ती परीक्षा मध निषेध के लिए आज हो रही थी. इसे लेकर सूचना मिली थी कि कुछ रैकेटियर ब्लूटूथ का इस्तेमाल करेंगे और परीक्षा में बैठेंगे. इसे देखते हुए पुलिस छानबीन कर रही थी. कई परीक्षा केंद्रों पर यह खुलासा भी हुआ. हमारे क्षेत्र में पांच जगह से 36 लोगों को पकड़ा गया है. वहीं जिले में कुल 40 के पकड़े जाने की खबर है.”
– पारसनाथ साहू, सिटी डीएसपी, गया
कान में फंसी ब्लूटूथ डिवाइस को डॉक्टरों की मदद से निकाला।
एकदम से छोटी ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग करने वाले कई परीक्षार्थियों के कानों में फंस गई. पुलिस ने कार्रवाई शुरू की तो परीक्षार्थियों के कानों में फंसे ब्लूटूथ डिवाइस को निकालने के लिए डॉक्टरों की मदद लेनी पड़ी. डॉक्टरों ने मौके पर पहुंचकर सूक्ष्म उपकरण से ब्लूटूथ को कानों से निकाला. कई ऐसे परीक्षार्थियों के कानों से ब्लूटूथ डॉक्टरों की मदद से निकाला गया.