-अस्पताल में 24×7 मरीजों को मिलेंगी स्वास्थ्य सुविधाएं, 60 दिनों तक मिशन मोड में किया जा रहा कार्य।
-विभागीय निर्देशों का अनुपालन करते हुए अस्पताल के चिकित्सीय व्यवस्था का किया अवलोकन।
-सेंटर फॉर कैटैलाइजिंग चेंज संस्था के विशेषज्ञ, प्रकाश रंजन ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया।
#MNN@24X7 मधुबनी / 18 अक्टूबर। अस्पताल में मरीजों को 24×7 यानी सातों दिन चौबीस घंटे चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराने के लिए मिशन मोड में कार्य किया जा रहा है. इसके तहत अस्पताल में लेबर रूम, इमरजेंसी, ओपीडी, एनआरसी, एसएनसीयू में मूलभूत सुविधाएं सहित मरीजों को मिलने वाली बेहतर चिकित्सा सुविधा को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिशन 60 डेज के तहत कार्य किया जा रहा है जिसमें अस्पताल आने वाले मरीजों को पैथोलॉजिकल जांच दवा, डिजिटल एक्स-रे, हर्बल पार्क की स्थापना, साफ सफाई,पीने की पानी की व्यवस्था लाइटिंग व्यवस्था,सभी वार्डों में रात्रि कालीन सेवा में भी स्टाफ नर्स एवं चिकित्सकों को का रोस्टर बनाकर मरीजों को 24 *7 सुविधा उपलब्ध कराने एवं प्रत्येक वार्डों में रात्रि कालीन सेवा के तहत एमबीबीएस चिकित्सकों की तैनाती सहित अन्य पहलुओं पर मिशन मोड में कार्य किया जा रहा है।
साथ ही अस्पताल का गैप एसेसमेंट कर इसका त्वरित निराकरण किया जा रहा है इसी के सुदृढ़ीकरण को लेकर मंगलवार को राज्य स्वास्थ्य समिति से सेंटर फॉर कैटैलाइजिंग चेंज संस्था के विशेषज्ञ,प्रकाश रंजन ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया.
निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने बताया पूर्व में भी मिशन 60 के तहत अस्पताल का निरीक्षण किया गया था जिसके आधार पर गैप एनालिसिस हुआ था उसके आलोक में अस्पतालों में हुए कार्य का निरीक्षण किया जा रहा है सिविल सर्जन डॉक्टर सनी कुमार झा ने बताया अस्पताल में कई सुविधाओं का विस्तार किया गया है जिसके तहत अस्पताल में 80 नया थ्री – सीटर चेयर लगाया गया है जिसमें 40 वेटिंग एरिया में, 20 ओपीडी एरिया में तथा 20 प्रसव कक्ष के बाहर लगाया गया है साथ ही अस्पताल में औषधीय गार्डन, “मे आई हेल्प यू” काउंटर की स्थापना की गई है ओपीडी में 15 ट्यूब लाइट, दवा वितरण केंद्र में पांच पंखा तथा दीदी की रसोई के बगल में पीने के पानी के लिए कमर्शियल ड्रिंकिंग वॉटर 80 लीटर का लगाया गया है.
सुविधाओं को किया जा रहा सुदृढ़:
सी -थ्री के प्रकाश रंजन ने बताया कि जिला अस्पताल में सप्ताह के सातों दिन 24x 7 की तर्ज पर आपातकालीन सेवा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित सभी सेवाएं, सर्जरी व आर्थोपेडिक विभाग के प्रमुख सर्जरी आरंभ करना तथा ओपीडी को सुचारू रूप से कार्य करना सुनिश्चित किया जाएगा. इसके अलावा डायलिसिस, रेफरल एवं एंबुलेंस, डायग्नोस्टिक जैसे एक्स-रे, सीटी स्कैन, आरटीपीसीआर समेत अन्य जांच की सुविधाएं और काउंसिलिंग तथा नियत समय पर दवाइयों की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जाना है.
सपोर्ट सर्विस को बेहतर करने पर होगा जोर:
सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया जिला अस्पतालों में चिलित्स्कीय सेवा को बेहतर करने के साथ सपोर्ट सर्विस को भी बेहतर करने पर भी जोर दिया जा रहा है. जिसमें सुरक्षा दृष्टिकोण से अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरा तथा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के मुताबिक मरीजों व उनके स्वजनों की सुविधा के लिए वेटिंग रूम, लांड्री की व्यवस्था, पीने का पानी एवं शौचालय की व्यवस्था के अलावा अन्य रख-रखाव को सुदृ़ढ़ करना शामिल होगा. साथ ही प्रसव कक्ष, एनएनसीयू, ओपीडी, इमरजेंसी रूम एवं एम्बुलेंस में फ़ोन कनेक्टिविटी को सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
मौके पर सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा, डीएमओ डॉ विनोद कुमार झा, प्रभारी डीसीक्यूए डॉक्टर कमलेश शर्मा, अस्पताल प्रबंधक अब्दुल मजीद, राकेश रंजन, केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी, सी -3 के जिला समन्वयक रघुनाथ प्रसाद कुशवाहा, संतोष कुमार चौरसिया समेत अन्य कर्मी उपस्थित थे.