#MNN@24X7दरभंगा, 19 अक्टूबर। जिलाधिकारी, दरभंगा राजीव रौशन की अध्यक्षता में जिला निरीक्षण समिति द्वारा दरभंगा जिला में संचालित तीनों बाल देख-रेख संस्थानों यथा – बाल गृह, पर्यवेक्षण गृह एवं विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान का निरीक्षण किया गया।

उक्त अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी समर बहादुर सिंह, सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई नेहा नूपुर के साथ-साथ किशोर न्याय परिषद् के दोनों सदस्य, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष तथा बाल संरक्षण पदाधिकारियों ने भाग लिया।
     
सर्वप्रथम जिलाधिकारी द्वारा पर्यवेक्षण गृह का निरीक्षण किया गया, जहाँ18 वर्ष तक के विधि विवादित किशोर आवासित किये जाते हैं। निरीक्षण के दौरान वर्तमान में कुल 118 बच्चे गृह में पाये गये, जिनमें दरभंगा जिला के 32, समस्तीपुर जिला के 28 तथा मधुबनी जिला के 58 बच्चे शामिल हैं।
जिलाधिकारी द्वारा पर्यवेक्षण गृह के कमरे तथा अन्य सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया तथा उन्होंने प्रत्येक कमरे की खिड़की जो बाहर खुलती है, में दोहरे ग्रिल लगवाने का निदेश दिया।
    
जिलाधिकारी ने परिसर का निरीक्षण करते हुए सुरक्षा की दृष्टि से चाहरदीवारी से सटे बड़े पेड़ों को काटने के लिए वन विभाग को पत्र देने का निर्देश दिया। साथ ही चाहरदीवारी के ऊपर कंसेर्टिना वायर से फेसिंग, वाच टावर, आंगन का ग्रिल हेतु भवन निर्माण विभाग को पत्र देने का आदेश दिया।
       
उन्होंने गृह के मुख्य द्वार से रसोईघर तक जाने वाले कौरिडोर में बच्चों द्वारा बनायी गयी मनमोहक वॉल पेंटिंग देखकर प्रसन्नता वयक्त की तथा बच्चों को प्रोत्साहित किया।
      
उन्होंने बच्चों से खान-पान, शिक्षा, खेलकूद आदि व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए समझाया कि जीवन में आपकों जो सुधरने का मौका मिलता है, उसका सदुपयोग करें और एक अच्छा इन्सान बनें।

मौके पर उपस्थित सहायक निदेशक द्वारा बताया गया कि प्रत्येक दिन प्रातः योग प्रशिक्षक बच्चों को योग सिखाते हैं। इसके अलावा कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र के सहयोग से कम्प्यूटर एवं सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है।
   
उन्होंने कहा कि ITI से समन्वय कर किशोरों को व्यवसायिक प्रशिक्षण से जोड़ने के लिए बिजली उपकरण मरम्मती का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी Art of Living, मिथिला पेंटिंग व मशरुम उत्पादन का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
      
निरीक्षण के दौरान गृह की साफ-सफाई व भोजन को देखकर संतोष व्यक्त किया गया।
तत्पपश्चात जिलाधिकारी द्वारा बाल गृह का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वर्तमान में 29 बच्चें आवासित पाये गये, जिनमें 11 बच्चे विशेष इकाई के थे।
     
जिलाधिकारी ने बच्चों से बात कर शिक्षा, भोजन आदि की जानकारी ली। निरीक्षण में साफ-सफाई एवं शिक्षण व्यवस्था उचित पायी गयी। भोजन मेन्यू के अनुसार कढ़ी-चावल व सलाद बनाया गया था।
   
जिलाधिकारी ने बच्चों के कक्ष के पास लगाये गये ग्रिल के ऊपर के गैप को भवन निर्माण द्वारा भरवाने का निदेश दिया गया।

जिलाधिकारी ने बच्चों द्वारा बनायी गयी पेंटिंग एवं हस्त शिल्प की तारीफ की और उन्हें प्रोत्साहित किया।

विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान के निरीक्षण के दौरान वहाँ 04 बच्चियाँ आवासित पायी गयी, जिनमें से तीन बच्चियों PAPS (संभावित अभिभावक) द्वारा रिजर्व की जा चुकी है।
बताया गया कि पिछले सप्ताह एक बच्ची को Pre Adoption Poster Care में कोलकाता के दम्पत्ति को दिया गया है। सभी बच्चियाँ स्वस्थ पायी गयी, साफ – सफाई की व्यवस्था संतोषजनक पायी गयी।

सिविल सर्जन को गृह के बच्चों को सरकार द्वारा समय-समय पर दिये जाने वाले विटामिन के खुराक का लाभ दिलाने का जिलाधिकारी द्वारा निदेश दिया गया।