#MNN@24X7 दरभंगा जिला के जाले नगर परिषद क्षेत्र में शंकर मेहता के करतूतों की वजह से स्वतंत्रता सेनानी स्व. बुलाकी मेहथा की 83 वर्षीय पत्नी ज्ञान दाई देवी और उनके दो पुत्र मुकेश मेहता तथा कमलेश मेहता का जीना हो गया मुश्किल। जानकारी के हिसाब से शंकर मेहता स्वतंत्रता सेनानी का बड़ा पुत्र है और वर्तमान में माँ के पेंशन व जमीन का सारा कागजाद लेकर फरार है ,जिसके कारण कई महीनों से मां पेंशन से वंचित है। लगातार शंकर मेहता अन्य दो भाईयों द्वारा माँ को बंधक बनाने का अफवाह उड़ा रहा है।

जब इस पूरे मामला के संदर्भ में उनकी मां से पूछा गया तो बताया कि पूरा मामला पुत्रों के बीच जमीन व पेंशन से जुड़ा हुआ मामला है। माँ ने इस पूरे विवाद को सुलझाने के लिए कई सामाजिक कार्यकर्त्ता के बीच अपना स्वतंत्र पक्ष रखते हुए बताई कि घरारी व बगीचा के जमीन को समान रूप से तीन हिस्सा में बांट दिया जाए। माँ के इस फैसले से हालाकि इनके दोनों छोटे पुत्र पूरी तरह सहमत है। लेकिन उनका बड़ा पुत्र शंकर मेहता बिल्कुल मानने को तैयार नहीं है।

उनका छोटे पुत्र मुकेश मेहता ने बताया कि समाज के समक्ष हालाकि कई बार घरारी की जमीन को तीन हिस्सों में बांटते हुए, तीन हिस्सा में से कोई एक हिस्सा बड़े भाई को चुनने की पहली प्राथमिकता दिए। लेकिन शंकर मेहता अपना मनमौजी करते हुए माँ तथा समाज के नियमों का पूरी तरह से अवहेलना कर रहा है, जिसके कारण लगातार परिवार के सभी सदस्यों को विकट समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

सामाजिक कार्यकर्त्ता धीरेन्द्र कपूर ने बताया है कि मुझे जाले थाना के पुलिस प्रशासन द्वारा इस मामला को सामाजिक स्तर पर निदान करने के लिए भेजा गया था। लेकिन इस दरमियान मैंने पाया कि मां के सही फैसले को इनका बड़ा पुत्र शंकर मेहता पूरी तरह नकार रहा है और इस विवाद को पूरी तरह बढ़ाने में इनका सबसे बड़ा पुत्र ही सबसे बड़ा दोषी है। इसके प्रभाव से इनके बूढ़ी माँ के साथ-साथ इनके दो छोटे भाईयों का वर्तमान में अमन-शांति पूरी तरह से समाप्त हो चुका है।

गांव के कई सामाजिक कार्यकर्त्ता व गणमान्य लोगों ने भी बताया है कि इनके बड़े बेटे शंकर मेहता के वर्तमान स्थिति को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस समस्या का निदान अब इनकी माँ के द्वारा विभिन्न विभाग में आवेदन देते हुए कार्यवाही के बाद ही संभव है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी के पत्नी के घर पर जाते व घंटों बातचीत करने के बाद बताया है कि कई महीना से बैंक द्वारा पेंशन का पैसा न उपलब्ध होने के बावजूद भी अपने क्षमता के अनुरूप वर्तमान में देखरेख इनका छोटा पुत्र मुकेश मेहता कर रहे हैं, जो कि काफी सराहनीय कदम है ।