-डीएमसीएच में कई वर्षों बाद मरीजों को मिली यह सुविधा।
-शिशु विभाग में अगले सप्ताह से शुरू होगी एबीजी जांच।
-क्लीनिकल पैथोलॉजी विभाग में जांच कार्य अब शाम पांच बजे तक।
-पहले दोपहर दो बजे तक तक ही लिया जाता था सैंपल।

#MNN@24X7 दरभंगा,28 अक्टूबर। डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग के मरीजों के लिये 24 घंटे एबीजी जांच की सुविधा शुक्रवार से शुरू कर दी गयी है. इससे गंभीर मरीजों को ससमय रिपोर्ट मिल जायेगी . इससे पहले परिजनों को बाहर से जांच करानी पड़ती थी . इसमें 12 सौ रुपये खर्च होते थे, लेकिन अस्पताल में ही यह सुविधा मिल जाने से परिजनों को बाहर निजी जांच घरों के चक्कर लगाने से मुक्ति मिल गयी. वहीं शिशु विभाग में भी एबीजी जांच की सुविधा अगले सप्ताह से शुरू कर दी जायेगी. इस प्रकार एबीजी जांच के लिये अस्पताल में तीन- तीन जांच सेंटर कार्यरत हो जायेंगे. इसमें सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, धोबीघाट स्थित क्लीनिकल पैथोलॉजी सेंटर व ट्रॉमा सेंटर शामिल हैं.

इसके अलावा अस्पताल की जांच व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुये अधीक्षक डॉ हरिशंकर मिश्रा ने धोबीघाट स्थित क्लीनिकल पैथोलॉजी सेंटर के जांच कार्य अवधि में विस्तार किया है. अब शाम पांच बजे तक मरीजों का सैंपल लिया जाता है. इससे पहले दोपहर बाद दो बजे तक ही विभाग की ओर से ब्लड सैंपल लिया जाता था. अधीक्षक के निर्देश से मरीजों को विगत एक सप्ताह से उसी दिन रिपोर्ट दी जा रही है. बता दें कि रोजाना क्लीनिकल पैथोलॉजी सेंटर में करीब 350 मरीजों की जांच की जाती है. वहीं ओपीडी में रोजाना 15 सौ से दो हजार के बीच मरीज इलाज के लिये पहुंचते हैं.

आपातकालीन व ओपीडी मरीजों के लिये अलग- अलग की गयी व्यवस्था-

अस्पताल प्रशासन की ओर से पैथोलॉजी व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है. खासकर आपातकालीन विभाग के मरीजों के सुविधा के लिये सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पैथोलॉजिकल जांच की सुविधा मुहैया करायी जा रही है. इसके अलावा विभिन्न वार्डों में भर्ती मरीजों को किसी भी समय ब्लड सैंपल जांच के लिये बाहर नहीं जाना पड़ेगा. देर रात हो या अहले सुबह सुपर स्पेशलिटी पैथोलॉजी सेंटर में 24 घंटे जांच की सुविधा मिलेगी. मालूम हो कि मरीजों के हित में अच्छा निर्णय लिया गया है. इसके पूर्व दोपहर बाद दो बजे तक ही सैंपल लिया जाता था. उसके बाद दोपहर बाद दो बजे से सुबह आठ बजे के बीच किसी प्रकार की पैथोलॉजी जांच कराने आये मरीजों को बाहर जाने की मजबूरी होती थी. इसमें उनको शुल्क देना पड़ता था, लेकिन अब अस्पताल परिसर में ही निःशुल्क जांच करा सकेंगे.

बिचौलियों की कमाई हो गयी बंद-

विदित हो कि दोपहर बाद दो बजे से अगले सुबह आठ बजे तक यानी 18 घंटा तक पैथोलॉजी जांच के लिये निजी जांच घर जाना पड़ता था. इस दौरान जल्द रिपोर्ट व कम शुल्क के नाम पर बिचौलियों के संपर्क में आ जाते थे. इसमें उनसे मोटा रकम वसूली जाती थी , लेकिन अब परिस्थिति बदल गयी है. इससे पैथोलॉजिकल जांच के नाम पर बिचौलियों की कमाई बंद हो गयी है.