पत्रकार के हमलावरों की अभी तक गिरफ्तारी नही, प्रशासन की लापरवाही का नतीजा। माले

दरभंगा जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन भाजपा और शराब माफिया के कब्जे में, पूरा सेटअप का बदलाव करे सरकार – भाकपा(माले ) ने किया मांग

14 नवंबर को जिला मुख्यालय पर होगा प्रतिवाद पत्रकार के हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर।

#MNN@24X7 दरभंगा मे पिछले दिनों विद्यापति पर्व समारोह में पत्रकार वीरेंद्र प्रसाद पर हुए हमले को लेकर आज भाकपा(माले)-आइसा- इनौस की टीम उनसे मिलने उनके आवास पहुची। टीम में भाकपा(माले) जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, राज्य कमिटी सदस्य नेयाज अहमद, नगर सचिव सदीक भारती, इनौस राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी, विशाल कुमार माझी, आइसा जिला अध्यक्ष प्रिंस राज, चंदन आजाद, संतोष रजक शामिल थे।

टीम के द्वारा बताया कि 8 नवंबर को रात 11:30 बजे पत्रकार वीरेंद्र प्रसाद पर एक सोची-समझी साजिश के तहत उन पर हमला किया गया। और जब हमलावरो को पकड़ने की कोशिश की गई तो कार्यक्रम के आयोजक व एक खास दल के नेता के द्वारा उक्त अपराधियो को भगा दिया गया।
जब पत्रकार बीरेंदर कुमार द्वारा हमला की सूचना स्थानीय थाना को दिया गया तो स्थानीय थाना कोई करवाई नही की। जब पत्रकार की टीम थाना प्रभारी को एफआईआर करने की बात कही तो थाना प्रभारी द्वारा पत्रकार को ही धमकाने लगे। और कई घंटों बाद जाकर एफआईआर हुआ।

टीम में शामिल नेताओ ने कहा कि महागठबंधन के राज में पुलिस प्रशासन पर भाजपा का पकड़ है। निचले अधिकारी से लेकर लेकर ऊपर के अधिकारी तक भाजपा नेताओं के कब्जे में है। देश के अंदर अब सही बात को दिखलाने वाले पत्रकार को भाजपा सरकार जेल में बन्द कर रही है।

उन्होंने कहा कि आज दरभंगा में भी पूरा जिला प्रशासन भाजपा और शराब माफिया के कब्जे में है। पत्रकार वीरेंद्र पर हमला का कई दिन बीत गया लेकिन आज तक कोई गिरफ्तारी नही हुई। पुलिस प्रशासन सोई हुई है। जिसके खिलाफ लोगो मे काफी आक्रोश है।

टीम ने सरकार से मांग किया है कि दरभंगा जिला में पूरे प्रशासन की टीम को बदलने की जरूरत है। और तत्काल पत्रकार वीरेंद्र पर हमला करने वालो को गिरफ्तार करने, तथा इस पूरे घटना में हमलावर को भगाने वाले को करवाई के दायरे में लाने की मांग की है। इस घटना के खिलाफ 14 नवंबर को लहेरियासराय में प्रतिवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।