#MNN@24X7 दरभंगा,14 नवम्बर। उप विकास आयुक्त अमृषा बैंस की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में फसल अवशेष (पराली) जलाने से उत्पन्न प्रदूषण व मिट्टी उर्वरा क्षति से अवगत कराने व किसी भी स्थिति में पराली न जलाने के लिए जागरूकता लाने एवं इस पर निगरानी रखने को लेकर बैठक आयोजित की गयी।
       
बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि अन्य जिलों की तुलना में दरभंगा जिला में पराली जलाने की घटना नगण्य है। पूर्व में  किसी प्रखण्ड में पराली जलाने की घटना हुई है,लेकिन वर्तमान में सभी किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयक किसानों को जागरूक करते हुए इस पर निगरानी रख रहे हुए हैं।
 
उप विकास आयुक्त ने सरकार के निर्देश के अनुसार इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करवाने के निर्देश दिये।
 
उन्होंने बताया कि एक टन पराली जलाने से 03 किलोग्राम पार्टिकुलेट मैटर व 199 किलोग्राम राख निकलता है। इसके साथ ही 60 किलोग्राम कार्बन मोनोऑक्साइड, 1460 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड एवं 02किलोग्राम सल्फर डाइऑक्साइड गैस का उत्सर्जन होता है, जो मनुष्य के साथ-साथ जीव-जन्तु एवं पक्षियों के स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए अत्यधिक हानिकारक है। इसके साथ ही फसल अवशेष जलाने से मिट्टी के पोषक तत्वों व कार्बनिक पदार्थों की क्षति होती है एवं मिट्टी में मौजूद लाभकारी सुक्ष्म जीवाणु भी नष्ट हो जाते हैं।   
     
हानिकारक गैसों के उत्सर्जन से एरोसॉल के कण निकलते हैं, जो हवा को प्रदूषित करते हैं। इस तरह पराली जलाने से एक ओर जहाँ भूमि की उर्वरा शक्ति कम होती है, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण प्रदूषित होता है।
 
उन्होंने कहा कि सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा प्रखण्ड एवं जिला स्तर पर होर्डिग्स के माध्यम से प्रचार-प्रसार करवा जाए। कृषि विभाग द्वारा प्रखंड व पंचायत स्तर पर किसान चौपाल का आयोजन कर इस संबंध में किसानों को जागरूक किया जाए,ताकि वे किसी भी स्थिति में पराली न जलावें। पंचायत स्तर पर माइकिंग करायी जाए। शिक्षा विभाग अपने उच्च विद्यालय के छात्र/छात्राओं के माध्यम से प्रभात फेरी, वाद-विवाद एवं क्यूज प्रतियोगिता का आयोजन कर इस विषय पर किसानों में जागरूकता लाये।
 
जीविका दीदियाँ अपने ग्राम संगठन के माध्यम से महिलाओं के बीच जागरूकता करें।
    
पंचायती राज विभाग अपने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों के बीसीज जागरूकता लाये।
 
उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को  सभी कम्बाईन्ड हारबेस्टर वालों से इस आशय का शपथ पत्र लेने का निर्देश दिया। साथ ही किसान सलाहकार के माध्यम से फसल अवशेष जलाने वालों के यहाँ छापेमारी करवाते रहने का भी निर्देश दिया और कहा कि कहीं भी फसल अवशेष जलाने की घटना पाये जाने पर संबंधित किसान को चिन्ह्ति कर उसके विरूद्ध कार्रवाई की  जाए।
 
उक्त बैठक में उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन सत्यम सहाय, परियोजना निदेशक, आत्मा पूर्णेन्दु नाथ झा एवं अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।