सिंडिकेट घेराव के मुख्य मांगों में- B.Ed सत्र 2022- 24 नामांकन का उच्च स्तरीय जांच किया जाए और B.Ed का फॉर्म ऑनलाइन माध्यम से भरा जाए।
नियम परिनियम के विपरीत B.Ed नामांकन घोटाला करने वाले नोडल अधिकारी अशोक मेहता को अभिलंब पद से बर्खास्त किया जाए।
परीक्षा विभाग और डाटा सेंटर के समस्याओं से प्रतिदिन हजारों की संख्या में जूझ रहे छात्रों का समस्या अभिलंब समाधान हो।
जिला बार स्नातक स्नातकोत्तर के छात्रों के लिए काउंटर खोलकर समस्याओं का समाधान करें।
विश्वविद्यालय में अधिकारियों द्वारा पोषित दलाल बिचौलियों को चिन्हित कर छात्रों के शोषण को बंद करें और वैसे असामाजिक तत्वों को विश्वविद्यालय में प्रवेश बंद हो।
छात्रों की समस्या को लेकर आंदोलन करने वाले छात्र नेताओं पर फर्जी मुकदमा अभिलंब वापस लो।
अभिलंब शैक्षणिक कैलेंडर जारी करें।
समय पर कक्षा परीक्षा तथा परीक्षा परिणाम बिना किसी त्रुटिपूर्ण का संचालित कर सत्र को नियमित करें।
प्रत्येक माह होने वाले बैठक सिंडिकेट का बैठक 1 वर्ष बाद क्यों बिना सिंडिकेट अनुमोदन के विश्वविद्यालय में बड़े-बड़े कार्य कैसे हुए कुलपति कुलसचिव जवाब दो।
#MNN@24X7 आज जन अधिकार छात्र परिषद ने सिंडिकेट का किया घेराव। सिंडिकेट घेराव का नेतृत्व जन अधिकार छात्र परिषद के राष्ट्रीय महासचिव दीपक तथा विज्ञान संकाय से निवर्तमान परिषद सदस्य गंधर्व झा ने संयुक्त रूप से किया
जहां सभी सिंडिकेट सदस्य को 4:00 से 5:30 बजे तक नरगोना परिसर मे डेढ़ घंटा बंधक बनाए रखें।
आंदोलनकारी जन अधिकार छात्र परिषद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष कुणाल पांडे तथा महानंद झा ने कहा कि सिंडिकेट में स्थानीय सांसद सहित कई जनप्रतिनिधि,शिक्षाविद है पर विश्वविद्यालय में छात्रों के समस्याओं का अंबार लगा हुआ है जिसको लेकर इन लोगों का सिंडिकेट में मुंह तक नहीं खुलता सभी लोग अपने स्वार्थ में लीन होकर कुलपति एवं विश्वविद्यालय अधिकारियों के जी हजूरी में लगे रहते हैं कोई भी प्रखर होकर सिंडिकेट में छात्र शिक्षक कर्मचारी और विश्वविद्यालय से जुड़े महत्वपूर्ण सवालों पर आवाज को नहीं रखते अगर ऐसे सिंडिकेट सदस्य केवल पद के लिए और दैनिक भत्ता के लिए सदस्य बने हुए हैं तो फिर ऐसा सिंडिकेट की कोई आवश्यकता नहीं है। आंदोलनकारी छात्रों के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी तानाशाही रवैया अपनाते हैं वार्ता नहीं कर पुलिसिया दमन करते हैं छात्रों पर यह पुलिसिया दमन और तानाशाही नहीं चलने वाला है जब तक हमारी मांग और छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा आंदोलन चरणबद्ध होता रहेगा।
सिंडिकेट घेराव में महानंद झा छात्र परिषद के दीपक, लक्ष्मीकांत कुमार, साईं कुमार, निरुपम, गणेश यादव, विनय मिश्रा, सुधीर यादव, विमल कुमार, मानविकी संकाय के परिषद सदस्य विकास कुमार साहू, मनीष कुमार मन्नू कुमार, आशुतोष कुमार, रोहित कुमार, वीरेंद्र कुमार रामानुज कुमार सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे।