प्रदेश को कुष्ठ मुक्त करने हेतु दिए गए संदेश एवं ली गई शपथ।
दरभंगा, 30 जनवरी, 2022 :- दरभंगा, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेदकर सभागार में जिलाधिकारी राजीव रोशन की अध्यक्षता में 30 जनवरी 2022, गांधी जी की पुण्यतिथि (शहादत दिवस) के अवसर पर गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया, सरकार द्वारा प्रदेश को कुष्ठ मुक्त करने के संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर किये गये तथा कुष्ठ रोगियों के प्रति भेदभाव न बरतने के संदेश दिए गए तथा उन्हें हर संभव मदद करने की शपथ ली गई। इस अवसर पर 2 मिनट का मौन रखकर गांधी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों एवं कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि “गांधी जी का जो दर्शन है, जो उनके जीवन जीने की शैली है। वह अपने आप में प्रेरणा की सबसे बड़ी पूंजी है। लोग उसे अपना कर बहुत सारे समस्याओं का समाधान व बहुत सारी सुविधाओं का अंत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन के प्रत्येक मार्ग पर गाँधीजी के द्वारा दिए गए मार्गदर्शन महत्वपूर्ण साबित होता है। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने कहा था “I have nothing new to teach the world. Truth and Non-violence are as old as the hills.”
जिलाधिकारी ने कहा कि गांधी जी को कोई कहता है कि वह इतने प्रतिशत दार्शनिक थे, कोई कहता है कि वह इतने प्रतिशत वैद्य थे। गांधीजी के व्यक्तित्व को बांट कर देखना वस्तुतः प्रासंगिक नहीं है। वस्तुतः वे महामानव थे।
उन्होंने सरकार का संदेश पढ़ते हुए कहा कि “आज हम कुष्ठ रोग के बारे में चर्चा करने के लिए एकत्र हुए हैं। आज ही के दिन सन 1948 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का निधन हुआ था। गांधीजी कुष्ठ रोगियों के प्रति स्नेह एवं सेवा भाव रखते थे, इसलिए आज का दिन “कुष्ठ दिवस” के रूप में मनाया जाता है। बापू ने कुष्ठ रोगियों के प्रति सेवा कर यह साबित किया है कि कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों की सेवा देख रेख करने से कुष्ठ रोग नहीं फैलता है। कुष्ठ रोग की बीमारी कीटाणु से होता है, जिसका पूर्ण इलाज संभव है। कुष्ठ की पहचान बहुत आसान है। चमड़े पर किसी प्रकार का दाग या धब्बा, जिसमें दर्द तथा खुजली नहीं होती हो, एवं जन्म से नहीं हो तो वह कुष्ठ का प्रारम्भिक लक्षण हो सकता है।
समय से इलाज कराने से यह रोग पूरी तरह से ठीक हो सकता है। एम0डी0टी0 का पूरा खुराक नियमानुसार सेवन करने से कोई भी कुष्ठ प्रभावित व्यक्ति आम इंसान जैसा हो जाता है और समाज में हम सबके बीच रह सकता है। उपचार नहीं करने से संक्रमित व्यक्ति अनेक लोगों में संक्रमण फैला सकते हैं और अंगों में विकृति हो सकती है। इसलिए कुष्ठ के संदेहास्पद लक्षण मिलने पर तुरंत जांच कराएं। प्रदेश को कुष्ठ-मुक्त करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। अतः कुष्ठ रोग के संदेहात्मक लक्षण को पहचान कर उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराने के लिए प्रेरित करें। कुष्ठ रोग से विकृति युक्त व्यक्ति यदि इलाज करा चुके हैं तो उनसे संक्रमण नहीं फैलता है। उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर निरंतर निःशुल्क चिकित्सा लेने हेतु प्रेरित करना है। जिनसे उनकी विकृति दूर हो सके। साथ में इस बात के लिए भी प्रेरित करना है कि सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत दिए जाने वाले पेंशन विकृति युक्त व्यक्ति अवश्य प्राप्त करें।”
उन्होंने गांधी जी के शहादत दिवस के अवसर पर सरकार द्वारा निर्धारित आशय की शपथ सबों को दिलाई। उपस्थित सभी पदाधिकारी एवं कर्मियों ने शपथ लेते हुए कहा कि ” मैं आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पुण्यतिथि पर शपथ लेता हूं कि मैं कुष्ठ रोग के प्रारंभिक लक्षण वाले व्यक्ति जिनके शरीर के किसी भाग पर दाग धब्बे हो तथा जिसमें दर्द तथा खुजली नहीं होती हो और जो जन्म से नहीं हो, को कुष्ठ रोग के संदेहास्पद व्यक्ति मानते हुए नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाने के लिए प्रेरित करूंगा ताकि जिन्हें कुष्ठ रोग है उनका पूरा इलाज हो सके।’
“मैं यह भी शपथ लेता हूं कि मेरी नजर में मेरे परिवार,पड़ोस और समाज में कोई भी व्यक्ति कुष्ठ रोग से प्रभावित हैं उनका इलाज (MDT)एमडीटी से हो चुका है, तो मैं उनके साथ बैठने, खाने, घूमने- फिरने पर किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करूंगा।”
“मैं यह भी शपथ लेता हूं कि विकलांगतायुक्त कुष्ठ प्रभावित व्यक्ति को किसी भेदभाव से नहीं देखूंगा तथा उन्हें निःशुल्क सेवा उपलब्ध कराने में उनकी भरपूर मदद करूंगा। सरकार द्वारा उनको मिलने वाली विकलांगता प्रमाण पत्र तथा पेंशन राशि इत्यादि दिलवाने में उनकी पूर्ण मदद करूंगा।”
” मैं यह भी शपथ लेता हूं कि मैं कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति के साथ सामाजिक भेदभाव के रोकथाम के लिए सदा प्रयत्नशील रहूंगा।”
” मैं यह शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कुष्ठ मुक्त भारत के सपने को पूरा करने हेतु सदा प्रयत्नशील रहूंगा।”
इसके उपरांत जिलाधिकारी द्वारा सरकार द्वारा कुष्ठ मुक्त प्रदेश की घोषणा पर हस्ताक्षर किया गया एवं गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। इसके उपरांत लहेरियासराय टावर अवस्थित गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया एवं पुष्प अर्पित की गई।
इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी सदर स्पर्श गुप्ता,अपर समाहर्त्ता विभूति रंजन चौधरी,अपर समाहर्त्ता (विभागीय जाँच) अखिलेश कुमार सिंह, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता मो. सादूल हसन, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आईसीडीएस) डॉ. रश्मि वर्मा, वरीय उप समाहर्त्ता टोनी कुमारी सहित अनेक पदाधिकारियों ने संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर किए एवं गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया एवं पुष्पांजलि अर्पित की।