●अंतर महाविद्यालय शतरंज प्रतियोगिता के महिला वर्ग में महारानी कल्याणी महाविद्यालय बना चैंपियन।

●11वीं की छात्रा कशीष ने जीती महिला वर्ग के चैंपियन का खिताब।

●महिला वर्ग में 3 में से 3 व पुरुष वर्ग में 2 में से 1 कुल 5 में से 4 प्रतिभागियों ने टॉप 8 में जगह बना बिखेरा अपना जलवा।

#MNN@24X7 लनामिवि दरभंगा। मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा 23 और 24 नवंबर 2022 को स्थानीय महाराजा लक्ष्मीश्वर सिंह मेमोरियल महाविद्यालय, दरभंगा में आयोजित दो दिवसीय अंतर महाविद्यालय शतरंज प्रतियोगिता में महारानी कल्याणी महाविद्यालय, लहेरियासराय, दरभंगा के 11 वीं विज्ञान की छात्रा कशीष कुमारी को महिला वर्ग में विश्वविद्यालय चैंपियन का खिताब मिला है। साथ ही महाविद्यालय की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि महिला वर्ग में 3 में से 3 व पुरुष वर्ग में 2 में से 1 यानि की कुल 5 में से 4 प्रतिभागियों ने टॉप 8 में जगह बना अपना जलवा बिखेरा है।

इस जीत से गदगद महारानी कल्याणी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो० परवेज अख्तर ने कहा कि यह महाविद्यालय परिवार के लिये बड़े हर्ष की बात है कि आज विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित शतरंज प्रतियोगिता के महिला वर्ग में महारानी कल्याणी महाविद्यालय के शत-प्रतिशत बेटियों ने अपना जलवा बिखेरा है और हमारे महाविद्यालय की 11 वीं की छात्रा कशीष विश्वविद्यालय चैंपियन बनी है।

उन्होंने कहा कि साथ ही 2 में से एक छात्र ने भी पुरुष वर्ग में टॉप 8 में जगह बनाने में कामयाब हुए हैं। महिला वर्ग में हमारे महाविद्यालय की छात्रा 11वीं विज्ञान की कशीष को प्रथम स्थान, 11वीं विज्ञान की अन्नूर आलम को छठा स्थान व स्नातक तृतीय वर्ष इतिहास प्रतिष्ठा की शिवानी कुमारी को सातवां स्थान मिला है। वहीं पुरुष वर्ग में स्नातक तृतीय वर्ष इंग्लिश प्रतिष्ठा के अभिषेक कुमार को तृतीय स्थान मिला है।
हम अपने छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिये प्रतिबद्ध हैं। भारत सरकार के “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” व बिहार सरकार के “मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना” अब फलीभूत हो रही है और इसका सकारात्मक परिणाम अब ग्राउंड जीरो पर दिखना शुरू हो गया है। बेटियां सशक्त हो रही हैं और हर क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे रही है। अब ये मिथक टूट रहा है कि बेटियों का दायरा घर के चौखट तक ही सीमित है। जब जहां हमारी बेटियों को मौका मिला है उसने साबित कर दिखाया है कि अब बेटियां, बेटों से कम नहीं है। अब बेटियां सिर्फ बेटों के बराबर नहीं बल्कि बेटों से आगे बढ़कर अपने दायित्व व कर्तव्य को बखूभी निभा रही हैं। हम महाविद्यालय परिवार की ओर से चैंपियन बनने पर कशीष को व साथ ही अन्नूर, शिवानी व अभिषेक को बधाई देते हैं व उनके स्वर्णिम भविष्य की शुभकामनाएं व मंगलकामनाएं प्रेषित करते हैं।