अब चिकित्यक क्यूआर कोड को स्कैन कर मरीज़ों के स्वास्थ्य विवरण का ले सकेंगे जानकारी।
अब तक 7.70 लाख लोगों का बन चुका आयुष्मान भारत हेल्थ अकॉउंट।
विभाग ने 11 दिसंबर तक 84 हजार 120 लोगों को और पंजीकृत करने का दिया निर्देश।

#MNN@24X7 दरभंगा। अब चिकित्सक क्यूआर कोड को स्कैन कर मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. सरकार की ओर से बैंक खाता की तरह आमजनों का आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट बनाया जा रहा है. इसके तहत नागरिकों को पंजीकृत किया जा रहा है.

जानकारी के अनुसार अब तक सात लाख 70 हजार लोगों का हैल्थ एकाउंट बनाया जा चुका है. 11 दिसंबर तक 84 हजार 120 लोगों को और पंजीकृत करने का टारगेट दिया गया है. इसे लेकर कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार सिन्हा को निर्देश दिया है.

विदित हो कि (आयुष्मान भारत हैल्थ अकाउंट) आभा अकाउंट के तहत जो भी हेल्थ रिकॉर्ड है. वह इस में संधारित रहेगा, जिसमें व्यक्ति के पूर्व में इलाज की पद्धति, ब्लड ग्रुप, बीमारी के प्रकार, किस प्रकार की दवा चली हुई है, सभी संधारित रहेंगे. इसमें एक क्यूआर कोड होगा जिसे किसी भी डॉक्टर के यहां दिखाने तथा स्कैन करने पर सारा रिकॉर्ड दिखेगा. सारा रिकॉर्ड डिजिटल फॉर्म में उपलब्ध होगा, जिसका एक आईडी और पासवर्ड जो व्यक्ति के पास होगा. बता दें कि आभा हेल्थ आईडी कार्ड 14 अंकों का यूनिक नंबर है.

कागजी जांच रिपोर्ट व प्रिस्किपशन साथ ले जाने की जरूरत नहीं।

पूरे भारत में सत्यापित डॉक्टरों अस्पताल एवं स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को आभा हेल्थ आईडी कार्ड देकर उनसे सभी मेडिकल रिकॉर्ड जैसे लैब रिपोर्ट, प्रिस्क्रिप्शन, अस्पताल के भर्ती एवं डिस्चार्ज के विवरण, एमआरआई रिपोर्ट आदि साझा करने में आसानी होगी. अब डॉक्टर से मिलने के लिए रिपोर्ट साथ ले जाने की या अस्पताल का भर्ती फॉर्म भरने के लिए लंबी लाइनों मे खड़े होने की कोई ज़रूरत नहीं. कागजी जांच व प्रिस्किपशन के बदले केवल अपना आभा हेल्थ आईडी कार्ड नंबर बताएं. सभी जानकारी चिकित्सक को मालूम हो जायेगी.

विदित हो कि आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) या हेल्थ आईडी, भारतीय नागरिकों के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के तहत भारत सरकार की एक पहल है. इसके तहत लोगों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी को डिजिटाइलज्ड किया जा रहा है.

आभा या हेल्थ आईडी कैसे बनाएं।

बता दें कि आभा हेल्थ आईडी कार्ड बनाने के लिये निकट के सरकारी असपताल में संपर्क कर सकते है. वहीं खुद से भी अपना आईडी बना सकते हैं. प्रथम चरण में अपना 10 अंकों का फोन नंबर दर्ज करें. और ओटीपी के साथ प्रमाणित करें. द्वितीय चरण में अपना नाम, लिंग और जन्मतिथि दर्ज करें और आगे बढ़ें. उसके बाद तीसरा चरण में अपना पीएचआर एड्रेस बनाएं, अपना राज्य और जिला चुनें और आगे बढ़ें. इस प्रकार आभा हैल्थ कार्ड बनाया जा सकता है.