नगर पालिका आम निर्वाचन 2022
-राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव ने पत्र जारी कर जिलाधिकारी को दिया आवश्यक दिशा निर्देश
दरभंगा। राज्य तंबाकू नियंत्रण समन्वय समिति स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार के बैठक में तंबाकू नियंत्रण से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है जिसके आलोक में सभी सरकारी कार्यालयों तथा सभी शैक्षणिक संस्थानों को तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित करने का प्रस्ताव है।
इसी परिप्रेक्ष्य में नगरपालिका आम चुनाव 2022 में सभी मतदान केंद्रों एवं मतगणना केंद्रों को इंडियन टोबैको कंट्रोल लॉ (कोटपा2003) के प्रावधान के आलोक में तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित करने का निर्देश दिया गया है एवं सभी मतदान केंद्रों एवं मतगणना केंद्रों के बाहर यह परिसर / भवन तंबाकू मुक्त है से संबंधित दीवार लेखन /साइनेज कराने का निर्देश दिया गया है।
उक्त निर्देश के आलोक में राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव मुकेश कुमार सिन्हा ने पत्र जारी कर जिलाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है । सीड्स के कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार झा ने बताया कि – “तंबाकू के सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, इस तथ्य से सभी वाकिफ हैं लेकिन फिर भी तंबाकू लत से बाहर नहीं आ पाते हैं. युवाओं को तंबाकू सेवन से जुड़े खतरों के बारे में जागरूक करने के लिए सामूहिक प्रयास की जरुरत है”
हाल में प्रकाशित ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे के आंकड़ों में बिहार के युवाओं में 7.3% तंबाकू उत्पाद के प्रयोग के आंकड़े सामने आए हैं। विदित हो कि वर्ष 2019 में यह सर्वे बिहार के 38 जिला में की गई थी। जिसमें बिहार के 7.3 प्रतिशत छात्र तंबाकू उत्पाद प्रयोग करने की बात सामने आई है। जिसमें 6.6% लड़के और 8.0% लड़कियां तंबाकू उत्पाद का प्रयोग करती हैं।
राज्य के 23 जिले धुम्रपान मुक्त हैं घोषित:
सीड्स के मनोज कुमार झा ने बताया, दरभंगा सहित राज्य के 23 जिले धुम्रपान मुक्त घोषित किये जा चुके हैं. ये वैसे जिला है जहां पर कोटपा के घारा 4 का अनुपालन 90% पाया गया। उन्होंने बताया कोटपा कानून का सख्ती से लागू करना और सभी शिक्षण संस्थानों में तंबाकू के दुष्प्रभाव को लेकर युवाओं को जागरूक करना बहुत आवश्यक है. सभी प्रकार के कैंसरों में तंबाकू के सेवन से जुड़े कैंसरों का हिस्सा 40 प्रतिशत है एवं 90 प्रतिशत मुँह का कैंसर तंबाकू के प्रयोग से होते हैं.
विश्व में तंबाकू सेवन से हर वर्ष 80 लाख लोगों की मृत्यु:
एनसीडीओ डॉक्टर एस. के. मिश्रा बताया, पूरे विश्व में हर वर्ष करीब 80 लाख लोग तंबाकू सेवन से जनित रोगों के कारण अपनी जान गंवाते हैं. देश में हर वर्ष 13 लाख मृत्यु का आंकड़ा तंबाकू सेवन के कारण है. उन्होंने बताया, स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग को आपसी सामंजस्य से सभी शिक्षण संस्थानों में तंबाकू के दुष्प्रभाव को लेकर युवाओं में अलख जगाने की जरुरत है.
स्वास्थ्य विभाग करेगा पूरा सहयोग:
डॉ. मिश्रा ने बताया तंबाकू सेवन पर रोक लगाने एवं साथ ही तंबाकू से होने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसर के बारे में वृहत पैमाने पर जन-जागरूकता फैलाने की जरुरत है. तंबाकू का दुष्प्रभाव सबसे अधिक स्कूली बच्चों एवं युवाओं पर पड़ रहा है। युवा वर्ग जनमानस में तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक करने में अहम् भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने बताया विभाग पहले कुछ चयनित जिलों में तंबाकू उन्मूलन को लेकर अभियान चलायेगा ।