दरभंगा जिला को किसान आंदोलन का केंद्र बनाने का संकल्प।
किसानों के आमदनी दोगनी करने के बदले खेती किसानी को छीनने वाली मोदी सरकार से हिसाब लेंगे किसान – विशेश्वर यादव।
किसान महासभा के सिवान में 28-29 अक्टूबर को आयोजित राज्य सम्मेलन में किसान आंदोलन को मजबूती प्रदान करेगा – अभिषेक कुमार।
किसानों के विभिन्न सवालों पर तेज होगा आंदोलन -धर्मेश यादव।
#MNN@24X7 लहेरियासराय(दरभंगा), अखिल भारतीय किसान महासभा की दरभंगा जिला परिषद के तत्त्वाधान में किसान महासभा को मजबूत करने, किसानों के समस्याओं पर पहलकदमी तेज करने, 28-29 अक्टूबर को सिवान में आयोजित किसान महासभा के 9 वाँ राज्य सम्मेलन को सफल करने को लेकर दरभंगा जिला स्तरीय किसान कन्वेंशन, रेणु नागार्जुन सभागार पंडासराय में आयोजित किया गया। कन्वेंशन की अध्यक्षता शिवन यादव, प्रवीण निषाद, सूर्यनारायण शर्मा, शिवचंद्र पासवान, अशर्फी राम की 5 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल ने किया।
कन्वेंशन का संचालन केशरी यादव ने किया। कन्वेंशन का उदघाटन संबोधन करते हुए किसान महासभा के राज्य उपाध्यक्ष विशेश्वर यादव ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा आपदा में अवसर के तहत कोविड महामारी के समय खेती किसानी को किसानों से छीनकर अडानी अंबानी के हाथो में सौंपने वाला तीन कृषि कानून हो या दलित गरीबों को शिक्षा से वंचित करने वाला नई शिक्षा नीति हो या फिर मजदूर विरोधी चार लेबर कोड को लागू करके मोदी सरकार का कार्पोरेट परस्त चेहरा सामने आया और इन कानूनों के खिलाफ किसानों ने सबसे पहले मोर्चा खोला और मोदी सरकार को पीछे धकेला गया। किसान अपनी ताकत 2024 में मोदी सरकार को गद्दी से उखाड़ के दिखाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने किसानों को आह्वान किया कि दरभंगा को भी किसान आंदोलन का एक मजबूत केंद्र बनाने में पूरी ऊर्जा से लगें।
कन्वेंशन को भाकपा(माले) जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, किसान महासभा के जिला अध्यक्ष अभिषेक कुमार, जिला सचिव धर्मेश यादव, प्रवीण यादव, रामविलास मंडल, सुरेंद्र यादव, अवधेश सिंह, कृष्ण कुमार लालदेव, असर्फी राम, रंजित यादव, मो जफर, दिनेश यादव, मो जमुलुद्दीन, पप्पू पासवान, विनोद सिंह, संतोष सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
कन्वेंशन से 28-29 अक्टूबर सिवान में आयोजित 9वॉ राज्य सम्मेलन को सफल करने में सभी साथियों ने पूरी ऊर्जा से लगने का संकल्प लिया। कन्वेंशन महान नक्सलबाड़ी नेता नागभूषण पटनायक, कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन और किसान महासभा रहे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजाराम को श्रद्धांजलि देकर कन्वेंशन की कार्रवाई शुरू हुई।