– स्वास्थ्य विभाग की राज्यस्तरीय बैठक में सीएस को किया गया प्रोत्साहित
– बुधवार व शुक्रवार को संचालित होती है ई टेलीमेडिसीन सुविधा
– अब तक 38000 से अधिक मरीजों का टेलीमेडिसीन द्वारा हुआ इलाज
– जिले में डॉक्टरों के 65 हब्स द्वारा 423 स्पोक्स सेंटरों पर होती है मरीजों की जांच

मधुबनी,25 मई। लोगों तक आसानी से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ई-संजीवनी कार्यक्रम चलाया गया है। इसके द्वारा आमलोगों को टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जा रही है। इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन में मधुबनी जिला अप्रैल माह में राज्य में अव्वल रहा है। सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया मार्च तक जिले में है 18000 मरीजों का ई टेलीमेडिसिन के द्वारा इलाज किया गया ।

वहीं अब तक 38,125 लोगों का ई टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श व इलाज किया गया। ई-संजीवनी कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में टेलीमेडिसीन के माध्यम से ग्रामीण स्तर तक एएनएम की उपस्थिति में सप्ताह के बुधवार व शुक्रवार को ( नियमित टीकाकरण के दिन) लोगों की स्वास्थ्य जांच करते हुए आवश्यक मेडिसीन उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं जिले के बिस्फी प्रखंड के डा. बासित अली द्वारा राज्य में सबसे अधिक मरीजों का कंसल्टेंसी के जरिए इलाज किया गया है।

अब तक 38000 से अधिक मरीजों का हुआ इलाज :
जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि टेलीमेडिसीन के माध्यम द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में एएनएम द्वारा ऑनलाइन माध्यम से मरीजों का चिकित्सक से संपर्क कराया जाता है। इसके बाद मरीजों की बीमारियों के आधार पर एएनएम द्वारा उनकी जांच कर चिकित्सक को सूचित किया जाता है। इसके बाद चिकित्सकों द्वारा एएनएम को आवश्यक मेडिसीन उपलब्ध कराने के लिए पर्ची जारी की जाती है। उस आधार पर मरीजों को एएनएम द्वारा दवा उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने बताया कि अब तक 38,125 लोगों को चिकित्सीय परामर्श दिया गया है।

जिले में डॉक्टरों के 65 हब्स द्वारा 423 स्पोक्स सेंटरों पर होती है मरीजों की जांच :

जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि टेलीमेडिसीन के द्वारा लोगों की जांच आसानी से उपलब्ध कराई जा सकती है। इसके लिए जिले के सभी प्रखंडों में कुल 423 स्पोक्स सेंटर बनाए गए हैं । वहां उपस्थित मरीजों की जांच के लिए 65 हब्स बनाये गए हैं। जहां विशेषज्ञ चिकित्सक उपस्थित रहते हैं। मरीज द्वारा जांच के लिए स्पोक्स सेंटर में आने पर एएनएम द्वारा हब्स में उपस्थित विशेषज्ञ चिकित्सक से ऑनलाइन माध्यम से संपर्क किया जाता है।

उनके द्वारा ऑनलाइन माध्यम से मरीजों की जांच करते हुए उन्हें दवा पर्ची उपलब्ध कराई जाती है। उसके अनुसार मरीजों को एएनएम द्वारा आवश्यक दवा दी जाती है। इसके अलावा विशेष परिस्थिति होने पर मरीजों को आवश्यक इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भी भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि टेलीमेडिसीन के संचालन से लोगों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जा रही है। जिससे कि सभी लोग स्वस्थ्य रह सकें।

बुधवार व शुक्रवार के दिन संचालित होती है टेलीमेडिसिन सुविधा :

सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने कहा कि टेलीमेडिसीन की सुविधा जिले में बुधवार व शुक्रवार (नियमित टीकाकरण )को लोगों के लिए संचालित की जाती है। उप स्वास्थ्य केंद्रों के ओपीडी में आयोजित स्पोक्स सेंटर के माध्यम से लोग आसानी से सरकारी चिकित्सक को अपनी परेशानी बताकर उनसे आवश्यक इलाज करा सकते हैं। इसके अलावा नियमित टीकाकरण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में उपस्थित होने पर भी एएनएम द्वारा चिकित्सक से संपर्क करते हुए लोगों को स्वास्थ सहायता उपलब्ध कराई जाती है। जिले के लोगों द्वारा इसका भरपूर उपयोग करते हुए टेलीमेडिसीन सुविधा का पूरा लाभ उठाया जा रहा है.