आज दिनांक 29-05-2022 को स्थानीय वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय लहेरिया सराय दरभंगा में अतिथि सहायक प्राध्यापकों की बैठक हुई जिसमें संघ के क्रियाकलापों और उद्देश्यो का पुनरावलोकन किया गया। जिसकी अध्यक्षता वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के अतिथि सहायक अतिथि सहायक प्राध्यापक डॉ राजेश कुमार चौधरी ने की एवं बैठक का संचालन डॉ सुमन कुमार पोद्दार ,अर्थशास्त्र विभाग डॉ एल के वी डी कॉलेज ताजपुर ने किया।
बैठक को संबोधित करते हुए डॉ एस वी शशि ने कहा कि अतिथि सहायक अध्यापकों के भविष्य की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे उन्हें इसके लिए सभी साथियों को सहयोग आवश्यक है।
इस अवसर पर डॉ सोमनाथ पाठक भौतिक विभाग एलएनजे कॉलेज झंझारपुर ने कहा कि शिक्षकों के भविष्य के लिए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के तमाम अतिथि सहायक प्राध्यापकों को एक मंच पर आना होगा तभी जाकर हम अतिथि सहायक प्राध्यापकों का भविष्य सुरक्षित रह पाएगा ।
इसलिए सभी अतिथि सहायक प्राध्यापकों का भविष्य सुरक्षित रह पाएगा इसके लिए सशक्त कमेटी का गठन किया जाना आवश्यक है इस अवसर पर बैठक को संबोधित करते हुए।
डॉ सरोज कुमार मिश्रा द्वारा कहा गया कि अतिथि सहायक प्राध्यापक अपने भविष्य को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं इसलिए अब हम लोगों को एकजुट होकर सरकार पर दवाब बनाना होगा जिस प्रकार से 1982और 1986 में कांटेक्ट के आधार पर बहाल एढ़क सहायक प्राध्यापकों को एकपरिनियम बनाकर नियमित प्राध्यापक का दर्जा दिया गया था उसी प्रकार से हम लोगों को भी सरकार सहायक प्राध्यापक का दर्जा दे चूकि हम लोग विगत 4 वर्षों से अपनी सेवा निष्ठा पूर्वक और विश्वविद्यालय और सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कर रहे हैं ।
इस बैठक को संबोधित करते हुए डॉ एस कुमार प्रणव कुमार चौधरी गणित विभाग सीएम साइंस कॉलेज दरभंगा द्वारा कहा गया की हमारी नियुक्ति उसी प्रकार से की गई है जिस प्रकार से बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा पूर्णकालिक सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति की गई है इसलिए मैं सरकार से मांग करता हूं कि हम लोगों को भी पूर्णकालिक सहायक अध्यापकों का दर्जा देखकर समायोजित किया जाए ।
इस अवसर पर डॉ अशोक कुमार समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर के इतिहास विभाग के अतिथि सहायक प्राध्यापक ने कहा कि विश्वविद्यालय सेवा आयोग नियुक्ति होने से पहले सरकार हम अतिथि सहायक प्राध्यापकों को समायोजित करें अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
इस बैठक को संबोधित करते हुए डॉ बच्चा कुमार रजक द्वारा कहा गया की बिहार सरकार को अन्य राज्य का भी अवलोकन करना चाहिए क्योंकि लगभग 7 से 8 राज्यों में अतिथि सहायक प्राध्यापकों का दर्जा दिया गया है इसलिए मैं भी वर्तमान सरकार से मांग करूंगा कि हम अतिथि सहायक अध्यापकों को भी सहायक पर अध्यापकों का दर्जा मिले हम अतिथि सहायक प्राध्यापकों को नियमित शिक्षक की भांति विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में सभी कार्यों का निष्पादन निष्ठा पूर्वक करते आ रहे हैं इसलिए सरकार से हमारा मांग होगा कि हमें भी सहायक प्राध्यापकों का दर्जा मिले।
बैठक के अंत में अध्यक्षीय भाषण करते हुए डॉ राजेश कुमार चौधरी एवं उपस्थित सभी अतिथि सहायक प्राध्यापकों द्वारा नवनिर्वाचित विश्वविद्यालय अध्यक्ष डॉ बच्चा कुमार रजक को माला पहला कर अध्यक्ष के रूप में कुशलता पूर्वक कार्य करने का शुभकामना दिया गया उपयुक्त सभी मांग के लिए श्री चौधरी द्वारा सही ठहराया गया और इसके लिए रणनीति तय करके सरकार को नियमितीकरण की दिशा में कार्य करने की जरूरत है ।
बैठक को निम्नलिखित लोगों ने भी संबोधित किए जिनका नाम इस प्रकार है डॉ कौशलेंद्र कुमार डॉ चंदन कुमार बिहार झा डॉ चंदन कुमार पोद्दार डॉ जितेंद्र मोहन डॉक्टर मनोज कुमार सा शाह डॉ महेश प्रसाद यादव डॉ सुरेंद्र यादव डॉ गोपाल चंद्र ठाकुर डॉ मिथिलेश कुमार मांझी डॉ ज्योत्स्ना कुमारी डॉ नफासत कव्वाली डॉक्टर सादिक इकबाल डॉ आनंद कुमार प्रियदर्शी डॉ प्रमोद कुमार साहू डॉ मिथिलेश कुमार माझी डॉ प्रदीप कुमार डॉ मनोरंजन कुमार डॉ अखिलेश कुमार नितीश वर्धन डॉ सरोज कुमार मिश्रा सुरेंद्र कुमार यादव बृजेश कुमार आलोक कुमार रंजन सुनील कुमार डॉ सुमित कुमार कोले डॉ संजीव कुमार सुमन डॉ फारुख आजम डॉ रणधीर कुमार डॉ दिवाकर नाथ झा डॉ रमन कुमार ठाकुर डॉ रामप्रीत दास डॉ बसंत कुमार डॉ अनिल कुमार डॉ गौतम कुमार शाह डॉ महेश प्रसाद यादव इत्यादि सभी महाविद्यालय के प्रतिनिधित्व कर्ता एवं सक्रिय सदस्यों की लगभग 85 अतिथि सहायक प्राध्यापक शामिल हुए।