नेताओं ने इन अभूतपूर्व आयोजन को यादगार बनाने के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

अमेरिका में आयोजित हो रहे 20वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन में शामिल होने का भी दिया न्यौता

दरभंगा। विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में चालू वर्ष के नवंबर महीने की 6, 7 एवं 8 तारीख को आयोजित होने वाले तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व के स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह एवं अमेरिका में 22-23 दिसंबर को आयोजित हो रहे 20वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन की तैयारियों को लेकर विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू के नेतृत्व में संस्थान के एक प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री डा सीपी ठाकुर व बिहार सरकार के काबीना मंत्री संजय झा से पटना स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल में समारोह के कार्यकारी स्वागताध्यक्ष प्रजेश झा, 20वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन की सूत्रधार माला झा एवं विद्यापति सेवा संस्थान के कार्यालय सचिव सह मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा शामिल थे। इस दौरान स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह एवं अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन को ऐतिहासिक बनाने के विभिन्न पहलुओं पर गहन विमर्श किया गया।

जानकारी देते हुए संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने बताया कि सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संरक्षण एवं संवर्धन के लिए उपयुक्त माहौल तैयार करने के साथ ही मिथिला वासी तथा प्रवासी मैथिल की युवा पीढ़ी को मिथिला की गौरवशाली विरासत से रूबरू कराना इसका मुख्य उद्देश्य होगा।इस अवसर पर अनेक अप्रकाशित धरोहर पांडुलिपियों के प्रकाशन के साथ ही आम पाठकों के पहुंच से बाहर हो रही धरोहर साहित्य सामग्रियों के प्रकाशन पर विशेष जोर रहेगा।उन्होंने बताया कि स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह में मिथिला पेंटिंग एवं मिथिला की धरोहर कलाकृतियों को प्रदर्शित करने वाली आकर्षक प्रदर्शनी के साथ साथ मिथिला के लजीज व्यंजनों का स्टाल भी लगाया जाएगा. जबकि इस ऐतिहासिक अवसर पर मिथिला के विभूतियों की कीर्ति के प्रदर्शन सहित विभिन्न दीर्घाओं का नाम उनके नाम से उल्लिखित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस अभूतपूर्व आयोजन को यादगार बनाने के लिए नेताओं ने हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया। साथ ही, सभी मिथिला वासी एवं प्रवासी मैथिल से इसकी सफलता के लिए पूर्ण मनोयोग से तैयार रहने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि मिथिला संस्कारों, लोक व्यवहारों एवं विचारों की भूमि सदियों से रहती आई है. यह ना सिर्फ अवतारों की भूमि रही है, बल्कि हमेशा से दर्शन व सूजन की भूमि के रूप में भी इसकी विश्व स्तर पर ख्याति रही है। इसलिए मिथिला विभूति पर्व के स्वर्ण जयंती समारोह के सफलता की जवाबदेही हरेक मिथिला वासियों की है और इसके लिए सभी को खुले मन से मातृभूमि व मातृभाषा के उत्कर्ष के लिए आगे आना चाहिए।

उन्होंने बताया कि इस मुलाकात में आयोजन से संबंधित विभिन्न विन्दुओं पर सकारात्मक विचार -विमर्श के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्यौता देने पर सर्वसम्मति बनी। संस्थान की ओर से जल्दी ही पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ सीपी ठाकुर एवं बिहार सरकार के काबीना मंत्री संजय झा के साथ प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री से मिलकर न्यौता सौंपा जाएगा।