उजियारपुर। अंगारघाट थाना क्षेत्र के हरपुर रेवाड़ी पंचायत में ग्रामीण चिकित्सक द्वारा गलत इलाज करने से युवक की मौत होने का आरोप लगाया गया है. मरीज के परिजनों ने निजी क्लिनिक पर गलत ईलाज करने के दौरान युवक की मृत्यु का लगाया आरोप। इस घटना के संबंध में मृतक के पिता सुखदेव साह जिनकी उम्र करीब 65 वर्ष -हरपूर रेवाडी – अंगारघाट के स्थायी निवासी से जब बातचीत की गयी तो उन्होंने बताया कि मेरा पुत्र(गोविंद साह) उम्र करीब 24 वर्ष सखी चौक पर बैंक ऑफ इंडिया के सामने अपना ज्वेलर्स का दूकान चलाकर परिवार का पालन पोषण करता था।

विगत दिनांक 22 तारीख को समय करीब 05 बजे संध्या में मेरा पुत्र अपना दुकान बंद कर वापस अपने घर आया। जिसके बाद उसके पेट में रोज़ दर्द होने लगा। जिसके बाद हम उसे ईलाज हेतु अपने ग्रामीण चिकित्लाको नवल किशोर प्रसाद सिंह के निजी क्लिनिक पर ले गये है। जहाँ डाॅ नवल किशोर प्रसाद सिंह उम्र करीब 61 वर्ष नन्दलाल शर्मा, सा०-हरपुर रेवाडी, थाना अंगारघाट, जिला- समस्तीपुर पर अपने क्लिनिक में भर्ती कर मेरे पुत्र का ईलाज करने लगे।

रात्रि करीब 12 बजे पेट का दर्द आराम होने के बाद ऑक्टर साहब मेरे पुत्र को अपने क्लिनिक से छुट्टी कर दिये। जिसके बाद हम अपने पुत्र गोविद साह को लेकर अपने घर चले आये। उसी रात समय करीब 04 बजे सुबह में मेरे पुत्र के पेट में खूब तेज दर्द होने लगा। जिसके बाद हम अपने पुत्र को पुनः डॉक्टर साहब के निजी क्लिनिक पर ले गये जहाँ मेरे पुत्र को भर्ती कर डॉक्टर साहब द्वारा पुनः ईलाज शुरू किया गया।

अगली सुबह दिनांक 23.06.22 को सुबह 07 बजे डॉक्टर साहब अपने निजी वाहन में अपने पुत्र श्याम सुन्दर धीरज उर्फ विकास उम्र करीब 29 वर्ष पिता नवल किशोर प्रसाद सिंह के साथ मेरे पुत्र गोविंद साह को लेकर नाजुक स्थिति बताते हुये बेहतर ईलाज हेतु समस्तीपुर ले जाने की बात कहकर लेकर चले गये एवं करीब 02 घंटे बाद एम्बुलेंस में मेरे पुत्र को वापस गाँव लाकर मेरे घर पर छोड़ दिया। तथा डॉक्टर साहब अपने निजी वाहन से यहाँ से फरार हो गये। जिसके बाद हमलोगों ने एम्बुलेंस से अपने पुत्र को लेकर अन्य डॉक्टर के यहाँ गये जहाँ क्लिनिक के बाहर ही डॉक्टरों द्वारा जाँचकर मेरे पुत्र को मृत घोषित कर दिया गया।

इसके बाद हम अपने पुत्र के शब को लेकर अपने घर आये तो पता चला कि उका डॉक्टर अपने घर में ताला लगाकर सपरिवार घर से फरार है। जिसके बाद उक्त घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई। पुलिस पदाधिकारी पहुंचकर सभी कागजात तैयार कर मेरे पुत्र स्व0 गोविंद साह के शव को पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल समस्तीपुर भेज दिये।

मुझे पूर्ण विश्वास है कि मेरे पुत्र स्व0 गोविंद साह की मृत्यु डॉक्टर नवल किशोर प्रसाद सिंह के द्वारा अपने निजी क्लिनिक पर गलत ईलाज करने के दौरान हो गया था। वो हमलोगों को गुमराह करने के उद्देश्य से अपने पुत्र के सहयोग से मेरे पुत्र स्व0 गोविंद साह के शव को समस्तीपुर ले गये तथा वापस ले आकर हमें मृत शरीर को सुपूर्द कर सभी घर छोड़कर फरार हो गये है।

अब पूरा मामला क्या है इसकी पूरी जानकारी जांच के बाद ही पता चल पायेगा। इस घटना को लेकर लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला।