#MNN@24X7 दरभंगा, उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH में दिन प्रतिदिन दलालो का साम्राज्य बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामला सोमवार की देर रात का है। जहां ऑर्थोपेडिक विभाग में दो दलाल धूम-धूम कर ब्लड सैम्पल कलेक्ट कर मनमाना पैसा ले रहे थे। मगर कुछ ही देर बाद वहां पर तैनात मरीज के परिजनों ने दलाल को पकड़ कर हंगामा करना प्रारंभ कर दिया। साथ ही इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन को भी दे दिया। सूचना मिलते ही तुरंत अस्पताल प्रशासन मौके पर पहुंचकर दलाल को पुलिस के हवाले करते हुए, उसके खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी में जुट गई है। जबकि दूसरा दलाल मौके का फायदा उठाते हर भागने में सफल रहा।
पूरा मामला DMCH के ऑर्थोपेडिक विभाग का है। जहां पर सड़क दुर्घटना का शिकार हुए राजा शर्मा का पुत्र रमन कुमार का ऑर्थोपेडिक विभाग में इलाज चल रहा है। रमन की माँ आरती देवी ने बताया की दिन में उनके पुत्र को देखने आए डॉक्टर ने कहा कि कुछ जांच बाहर से करना पड़ेगा। उसके बाद अचानक रात को उनके बेड के पास दो लोग ब्लड सैम्पल लेने के लिए आये और जांच के लिए 17 सौ रुपये की मांग करने लगे। मगर जब हमने इसमें असमर्थता जाहिर की तो उसने हमसे 15 सौ रुपया ले लिया। जिसके बाद बगल के मरीज के परिजनों को संदेह हुआ। उसके बाद वहां पर तैनात परिजन उससे पूछताछ करने लगे। इस दौरान एक दलाल मौका देखकर फरार हो गया जबकि दूसरा पकड़ में आ गया।
वही पकड़े गए दलाल ने बताया कि वह डॉक्टर आकाश के कहने पर डीएमसीएच के ऑर्थोपेडिक विभाग में ब्लड सैम्पल लेने आया था। उसने बताया कि वह बेता चौक स्थित ए एस पैथो लैब में काम करता है। वह अपने सहयोगी राजकुमार के साथ ब्लड सैम्पल लेने आया था। लेकिन मरीज के परिजन ने उन्हें पकड़ लिया।
डीएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ हरेंद्र कुमार ने बताया कि पकड़े गए दलाल पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि डीएमसीएच में इलाजरत मरीजों को कोई भी जांच बाहर से कराने की इजाजत नही है। वही उन्होंने यह भी कहा कि डीएमसीएच में कार्यरत डॉक्टरों को भी बाहर से जांच कराने की इजाजत नही है। इस परिसर में 24 घण्टे जांच की व्यवस्था है। जहाँ बगैर कोई पैसा लिए जांच किया जाता है। उन्होंने कहा कि पकड़े गए दलाल को बेंता थाना के हवाले कर दिया गया है।