“प्रीपेड मीटर पर रोक लगाओ” के नारे से गुंजता रहा ताजपुर।

जनता का शोषण कर अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार लगा रही है प्रीपेड मीटर- सुरेंद्र*

सबसे गरीब राज्य में सबसे महंगा बिजली उपर से लोड एवं मीटर किराया क्यों- मो० एजाज*व

*प्रीपेड मीटर के खिलाफ जनांदोलन को भाकपा माले देगी सक्रिय समर्थन- प्रभात रंजन गुप्ता*

#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, 28 अगस्त, “कथित रूप से तेज चलने वाला त्रुटिपूर्ण प्रीपेड स्मार्ट मीटर पर रोक लगाओ” के नारे से गुंजता रहा ताजपुर। मौका था भाकपा माले द्वारा निकाला गया जुलूस का।

बुधवार को बड़ी संख्या में भाकपा माले कार्यकर्ता नेशनल हाईवे स्थित ताजपुर गांधी चौक पर इकट्ठा होकर हाथों में झंडे, बैनर एवं मांगों से संबंधित तख्तियां लेकर गगनभेदी नारे लगाते हुए जुलूस निकाला जो बाजार क्षेत्र के मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए पुनः गांधी चौक पहुंचकर बिजली संकट के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर जुलूस सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता खेग्रामस प्रखंड अध्यक्ष प्रभात रंजन गुप्ता ने की। सभा का संचालन इंकलाबी नौजवान सभा के प्रखंड उपाध्यक्ष मो० एजाज ने की। किसान महासभा के प्रखंड अध्यक्ष ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, शंकर महतो, मो० शकील, मो० कयूम, मोतीलाल सिंह, मो० गुलाब आदि ने सभा को संबोधित किया।

बतौर मुख्य वक्ता विधुत सुधार संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक सह भाकपा-माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि नीतीश- मोदी की डबल इंजन की सरकार में सबसे गरीब राज्य बिहार में सबसे महंगी बिजली करीब 8 रूपये यूनिट तक है, लोड, मीटर एवं बिजली सेवा शुल्क अलग से। यह बिहार के लोगों के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि प्रीपेड मीटर लगवा लेने वाले जनता का अनुभव प्रीपेड के प्रति बहुत ही बुरा है। डीजिटल मीटर का जो बिल आ रहा था, प्रीपेड लगने के बाद ज्यादा बिल आ रहा है। प्रीपेड मीटर कई विसंगतियों का शिकार है। तेज चलना, शार्ट लगने पर उच्चतर लोड रिकॉर्ड कर उसी के अनुसार सरचार्ज लगना, सर्वर डाउन रहने पर रिचार्ज नहीं होना, कई बार रिचार्ज करने के बाबजूद बिजली आपूर्ति शुरू नहीं होना, मीटर एवं सेवा शुल्क ज्यादा लगना, बीच-बीच में अतिरिक्त पैसा अपने आप कट जाना जैसे कई गड़बड़ियां है। माले नेता ने कहा कि सरकार अडानी को फायदा पहुंचाने के सोची- समझी रणनीति के तहत जबरदस्ती प्रीपेड मीटर उनके घरों में लगवा रही है। यह उपभोक्ता संरक्षण कानून का उलंघन के साथ जनता के साथ अन्याय है और भाकपा माले प्रीपेड मीटर पर रोक लगाने की मांग को लेकर राज्यभर में छिड़े जनांदोलन के साथ है।