एनएसएस का विशेष शिविर ‘कैंपस तू कम्युनिटी’ की यात्रा है जो शिक्षा और सेवा का एक आदर्श संगम- डॉ चौरसिया।

भारत देश को 2047 तक विकसित बनाने में युवाओं का होगा सर्वाधिक योगदान- प्रधानाचार्य डा तिवारी।

#MNN@24X7 एमकेएस कॉलेज त्रिमुहान- चंदौना, दरभंगा की एनएसएस इकाई द्वारा 08 जनवरी से 14 जनवरी तक चलने वाले विशेष शिविर का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य डॉ रवीन्द्र नाथ तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित उद्घाटन सत्र में संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ ममता पांडेय, मैथिली विभागाध्यक्ष प्रो लालबाबू सहनी, भौतिक विभागाध्यक्ष डा ज्योतीन्द्र, अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डा तस्लीम, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डा रश्मि, इतिहास विभागाध्यक्ष डा बबिता कुमारी के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन एवं मां शारदे की स्तुति के साथ किया गया। विशेष शिविर के मुख्य अतिथि सह उद्घाटनकर्ता राष्ट्रीय सेवा योजना के विश्वविद्यालय कार्यक्रम समन्वयक डॉ रवीन्द्र नारायण चौरसिया औनलाइन जुड़े। मंचासीन अतिथियों का फूल-माला आदि से स्वागत किया गया।

प्रधानाचार्य को राष्ट्रीय सेवा योजना के तरफ से संयुक्त रूप महाविद्यालय के प्राचार्यगणों के द्वारा जानकी उद्भव झांकी स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया। विषय प्रवेश एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ बबिता कुमारी ने किया, जबकि स्वागत संबोधन करते हुए डा ममता पांडेय ने कहा कि यह विशेष शिविर बच्चों में विशेष गुण विकसित करेगा। इसके माध्यम से उनमें समाज एवं देश की सेवा के प्रति उत्साह जागेगा।

उद्घाटन कर्ता सह मुख्य अतिथि डॉ आर एन चौरसिया ने राष्ट्रीय सेवा योजना की विस्तार से चर्चा की तथा विशेष शिविर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिविर ‘कैंपस तू कम्युनिटी’ की यात्रा है जो शिक्षा और सेवा का एक आदर्श संगम है। यह छात्रों को समाज के प्रति न केवल संवेदनशील बनाता है, बल्कि उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए भी प्रेरित करता है। कहा कि इससे छात्रों में सामाजिक समस्याओं से रूबरू होकर उन्हें दूर करने का कौशल विकसित करने का अवसर मिलता है। एनएसएस छात्रों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करने तथा उनके चरित्र- निर्माण का भी बेहतरीन माध्यम है।

प्रधानाचार्य ने विशेष शिविर के विषय” विकसित भारत @2047″ पर सम्बोधन देते हुए कहा कि 2047 तक भारत को विकसित देश का स्थान दिलाना है, जिसमें युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इसके लिए कुछ कड़े कदम उठाने में पीछे नहीं हटना है। एनएसएस युवाओं को आदर्श मानव तथा जिम्मेदार नागरिक मानता है। कार्यक्रम में प्रो लाल बाबू सहनी, डा ओमप्रकाश, डा जयोतीन्द्र, डा रश्मि, डा तसलीम, प्रो श्रीराम, डा बबीता आदि ने भी संबोधन किया।

अंतिम सत्र में स्वयंसेवकों को ओरियेंटेशन तथा पूरे सप्ताह के कार्यक्रमों की रूपरेखा बताया गया। साथ ही शिविर के सम्यक संचालन हेतु विभिन्न कमिटियों का भी गठन किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में प्रधान सहायक प्रणव आनंद, राकेश कापर सहित अन्य कर्मचारी गणों ने सहयोग किया। गौरव, गंगा, किशन आदि साहित 50 एनएसएस के वालंटियर- आर्यन, अमरनाथ, कृति गौरव, अंजलि प्रियंका, प्रिंस खुशबू, पूजा, ओसामा, राजू, कामिनी, साक्षी आदि शामिल हुए।