#MNN@24X7 दरभंगा, महात्मा गांधी महाविद्यालय, सुंदरपुर, दरभंगा में स्वामी विवेकानन्द जयंती (राष्ट्रीय युवा दिवस)की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय सेवा योजना के इकाई के द्वारा ‘भारतीय पुनर्जागरण के अग्रदूत स्वामी विवेकानन्द’ विषय पर भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता सह संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित हुई, जिसमें प्रथम सत्र निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता तथा द्वितीय सत्र में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं स्वामी जी के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ आर एन चौरसिया ने स्वामी विवेकानंद के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी जी शिकागो के धर्म- संसद भाषण में सभी धर्म के लोगों को बहनों एवं भाइयों से संबोधित करके विश्व के मानस पटल पर सनातन धर्म- संस्कृति का गहरा प्रभाव डाला। 19वीं सादी के उत्तरार्ध काल में भारत जातिवाद, व्यक्तिवाद, भौतिकवाद तथा स्वार्थ हेतु परशोषण की चरम सीमा पर था। ऐसे समय में स्वामी जी एक समाज सुधारक की तरह सामाजिक बुराइयों के खिलाफ संघर्ष किया और लोगों को बताया कि नर की सेवा ही नारायण की वास्तविक सेवा है। वे प्रसिद्ध दार्शनिक, महापुरुष, समाज प्रवर्तक, संत, लेखक तथा युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं।
उन्होंने कहा था कि यदि सच्चे देशभक्त हैं तो भारत को अपनी माता तथा भारतवासियों को अपने भाई-बहन समझ कर उनकी सेवा करें। स्वामी विवेकानंद भारतीय पुनर्जागरण के अग्रदूत नवजागरण तथा आध्यात्मिक चेतना के प्रेरणा स्रोत हैं। उनका जीवनदर्शन एवं विचार युवाओं के चरित्रनिर्माण तथा राष्ट्र के पुनर्निर्माण का पथ प्रदर्शक रहा है।
प्रधानाचार्य डॉ मदन लाल केवट ने कहा कि सनातन संस्कृति सभी संस्कृति का पुंज है। स्वामी जी के विचारों पर बल देते हुए युवाओं को कहा कि ‘उठो’ जागो और तब तक न रुको, जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए।’ स्वामी जी ने विश्व को बताया कि हमारा धर्म एवं संस्कृति ही सबकी जननी है। इस कार्यक्रम के निबंध प्रतियोगिता में सिमरन साह , तहरीन फातमा, राधेश्याम कुमार आदि ने भाग लिया। वहीं भाषण प्रतियोगिता में सागर कुमार, संजना ठाकुर, रिया मिश्रा आदि ने अपना विचार व्यक्त किया। निर्णायक मंडल में महाविद्यालय के डॉ बालेन्द्र प्रसाद गुप्ता, डॉ शत्रुधन साह तथा डॉ रोहिणी कुमारी ने भूमिका निभाई। कार्यक्रम के मंच संचालन प्रो रामनाथ शर्मा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ लाल कुमार साह ने किया। कार्यक्रम को राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न किया गया।
इसमें महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ दीपक महतो, डॉ राहुल पासवान, प्रो राज कुमार साह, डॉ इम्तियाज अहमद, प्रो उत्तिम लाल साह, डॉ बेबी कुमारी, डॉ रामनेक कुशवाहा, डॉ किरण कुमारी, डॉ गणेश कुमार यादव, डॉ देवेंद्र प्रसाद यादव, डॉ जीवकांत, डॉ नीतू कुमारी, डॉ प्रियंका कुमारी, प्रेम कुमार, लाल कुमार साह, राजकुमार परिहार, उपेंद्र यादव, अविनाश कुमार, संगीता कुमारी, अन्नु कुमारी, रामकुमार, गणेश चौधरी आदि के साथ ही 60 से अधिक छात्र एवं छात्राएं उपस्थित हुए। कार्यक्रम के प्रारंभ में विवेकानंद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई, जबकि अंत में सामूहिक राष्ट्रगान की प्रस्तुति हुई।