•बच्चों को तम्बाकू की लत से बचाना सरकार की प्राथमिकता
•शिक्षण संस्थानों के आस पास तम्बाकू उत्पाद बेचने पर होगी कड़ी दंडात्मक करवाई
•जिला प्रशासन एवं पुलिस उल्लंघनकर्ताओ के खिलाफ़ चलाएगा अभियान
•सभी सरकारी कार्यालयों में तम्बाकू मुक्त क्षेत्र का बोर्ड लगाने का निर्देश
#MNN@24X7 मधुबनी: 01, मार्च समाहरणालय सभा कक्ष में जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्था सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के सहयोग से आयोजित तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत गठित त्रिस्तरीय छापामार दस्ता का प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला पदाधिकारी ने समस्त ज़िला वासियों से अपील करते हुए कहा कि हमलोगों को अपने जिले को तम्बाकू मुक्त जिला बनाने की मुहिम शुरू करनी है, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को तम्बाकू के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके। जिला पदाधिकारी ने तम्बाकू नियंत्रण हेतु जिले में त्रिस्तरीय छापामार दस्ते के गठन का निर्देश देते हुए सभी सदस्यों को शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के अंदर अवस्थित सभी तम्बाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटवाते हुए नियमित रूप से छापामारी करने का निर्देश दिया। सार्वजनिक स्थानों और सरकारी दफ्तरों में तम्बाकू सेवन करने वालों को दण्डित किया जायगा.
जिला पदाधिकारी ने सभी सार्वजनिक स्थानों पर कार्यालय में तम्बाकू मुक्त क्षेत्र का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि तम्बाकू सेवन एक खतरनाक आदत है जहां छोटे-छोटे बच्चे हैं वहां तो स्थिति और भी अधिक नाजुक बन जाती है। तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाए जाने की आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि सभी सार्वजनिक स्थानों यथा सरकारी शिक्षण संस्थानों, कार्यालयों, सिनेमा हॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सहित अन्य स्थानों पर धूम्रपान करना दंडनीय अपराध है।
समाज के लोगों को आना होगा आगे :
जिला पदाधिकारी ने जिले के सभी सामाजिक संस्थानों एवं मीडिया जगत को इस अभियान में सहयोग की अपील की है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि इस अभियान को सफल करने के लिए और अधिक प्रयास करनी होगी। समाज के आम लोगों के बीच जाकर तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों से अवगत करवाते हुए इसपर पूर्ण नियंत्रण लगाने हेतु कार्य करने होंगे। लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने हेतु प्रेरित एवं जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि तंबाकू को समाप्त करने समाज के लोगों को आगे आना होगा. जिला पदाधिकारी ने कहा कि आप सभी के सामूहिक प्रयास से आज इस कार्यक्रम को पंचायत स्तर तक चलाने की जरूरत है।
तम्बाकू नियंत्रण अभियान में सामाजिक संस्थानों को आना होगा आगे.
सिविल सर्जन डॉ हरेन्द्र कुमार ने कहा कि इस अभियान को सफल करने के लिए और अधिक प्रयास करनी होगी। समाज के आम लोगों के बीच जाकर तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों से अवगत करवाते हुए इसपर पूर्ण नियंत्रण लगाने हेतु कार्य करने होंगे। लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने हेतु प्रेरित एवं जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि तंबाकू को समाप्त करने समाज के लोगों को आगे आना होगा. सिविल सर्जन ने कहा कि आप सभी के सामूहिक प्रयास से आज इस कार्यक्रम को पंचायत स्तर तक चलाने की जरूरत है।
बिहार में प्रतिदिन 440 नए बच्चे तम्बाकू सेवन की करते हैं शुरुआत
तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम हेतु राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्था सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी सीड्स के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने बिहार में प्रतिदिन बताया कि 440 नए बच्चे तम्बाकू सेवन की शुरुआत करते हैं। मिश्रा ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि राज्य सरकार एवं सीड्स के द्वारा संयुक्त रूप से राज्य के सभी 38 जिलो में चलाए जा रहे तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत तम्बाकू नियंत्रण अधिनियम कोटपा -2003 की विभिन्न धाराओ के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदम की जानकारी दी।
मधुबनी जिला पूर्व में ही हो चुका है धूम्रपान मुक्त जिला घोषित
सीड्स के कार्यपालक निदेशक श्री दीपक मिश्रा ने बताया कि पिछले सालों में राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार सरकार के द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में तम्बाकू नियंत्रण अधिनियम (कोटपा 2003) के अनुपालन का एक स्वतंत्रता एजेंसी से सर्वेक्षण करवाया जाता रहा है। उक्त अनुपालन सर्वेक्षण में धूम्रपान मुक्त के तय मानकों के आधार पर मधुबनी जिला को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया जा चुका है। जिला नोडल पदाधिकारी डा एस एन झा,ने कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों के स्वागत किया तथा जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यक्रम प्रबंधक श्री पंकज कुमार मिश्रा धन्यवाद ज्ञापन किया।
कार्यक्रम में सिविल सर्जन, एसीएमओ, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला नोडल पदाधिकारी डा एस एन झा, सीड्स के कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार झा, एनसीडी सेल के लक्ष्मी कांत झा, बीआईईएस के चितरंजन सहाय, आशीष कुमार सिंह,सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं मीडियाकर्मी उपस्थित थे।